
भागलपुर, 9 अक्टूबर: बरहपुरा ईदगाह मैदान में वर्षों से अटकी हुई जल मीनार निर्माण परियोजना आखिरकार शुरू हो गई है। जिलाधिकारी के निर्देश और प्रशासन की सक्रिय मौजूदगी में गुरुवार को निर्माण कार्य का विधिवत शुभारंभ किया गया। लंबे समय से जारी विवाद और स्थानीय विरोध के बीच यह कदम क्षेत्र के हजारों लोगों के लिए राहत की बड़ी खबर लेकर आया है।
वार्ड नंबर 33 के पार्षद प्रतिनिधि बंटी अली ने बताया कि बरहपुरा इलाके में जल मीनार निर्माण को लेकर पिछले कई वर्षों से लगातार विरोध हो रहा था। कुछ स्थानीय लोगों ने दावा किया था कि 52 कठे के इस मैदान में दुकानों के निर्माण की योजना है, इसलिए जल मीनार का निर्माण नहीं होना चाहिए। लेकिन प्रशासनिक हस्तक्षेप और तथ्यात्मक जांच के बाद यह स्पष्ट हुआ कि जल मीनार जिस जमीन पर बन रहा है, वह वेस्टेड भूमि है और सार्वजनिक उपयोग के लिए ही आरक्षित है।
पार्षद प्रतिनिधि बंटी अली ने बताया कि यह जमीन वर्ष 1974 में विजय कुमार मित्र द्वारा जल मीनार निर्माण के लिए दान की गई थी, ताकि क्षेत्र के निवासियों को पेयजल की सुविधा मिल सके। इसके अतिरिक्त, वक्फ बोर्ड ने भी परियोजना के लिए पहले ही एनओसी (अनापत्ति प्रमाणपत्र) जारी कर दिया था। बावजूद इसके, कुछ लोगों ने निर्माण को रोकने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था, मगर न्यायालय ने उनकी याचिका को निरस्त कर दिया।
जिलाधिकारी के स्पष्ट निर्देशों के बाद प्रशासन ने आज सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच कार्य को शुरू कराया। मौके पर पुलिस बल की तैनाती रही ताकि किसी भी प्रकार की अवांछित स्थिति उत्पन्न न हो।
स्थानीय लोगों ने जल मीनार निर्माण को “जनहित में ऐतिहासिक फैसला” बताते हुए जिलाधिकारी और प्रशासन का आभार व्यक्त किया है। उनका कहना है कि परियोजना पूरी होने के बाद बरहपुरा और आसपास के इलाकों में स्वच्छ पेयजल की गंभीर समस्या का समाधान हो जाएगा और गर्मी के मौसम में पानी की किल्लत से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
बरहपुरा ईदगाह मैदान में जल मीनार निर्माण की शुरुआत न केवल विकास का प्रतीक है, बल्कि यह इस बात का भी संकेत है कि जब प्रशासन दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़े, तो वर्षों से रुके हुए काम भी हकीकत बन जाते हैं :