
भागलपुर: भागलपुर साइबर थाना को एक महत्वपूर्ण सफलता हाथ लगी है। करीब 35.83 लाख रुपये की साइबर ठगी के मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी मो. अमन को पटना से गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी के खिलाफ भागलपुर साइबर थाना में पहले से प्राथमिकी दर्ज थी और यह मामला एक लंबे समय से जांच के दायरे में था।
क्या है मामला
दिनांक 11 जनवरी 2025 को भागलपुर साइबर थाना को एक लिखित आवेदन प्राप्त हुआ था, जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि एक व्यक्ति ने उन्हें 40 लाख रुपये पर निवेश के बदले 4 वर्षों में 2 करोड़ रुपये लौटाने का झांसा दिया था। इसी छलावे में आकर शिकायतकर्ता से 35.83 लाख रुपये की ठगी की गई।
इस मामले में साइबर थाना कांड संख्या 07/25 के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज की गई, जिसकी जांच पु.नि. राकेश कुमार द्वारा की जा रही थी।
अपहरण की भी हुई थी कोशिश
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि आरोपी मो. अमन ने पीड़ित को 20 लाख रुपये लौटाकर सुलह करने का प्रयास किया। लेकिन जब शिकायतकर्ता ने समझौते पर हस्ताक्षर करने से इनकार किया, तो अमन ने उनका अपहरण कर लिया।
पुलिस को जब अपहरण की सूचना मिली, तो त्वरित कार्रवाई करते हुए 31 मई 2025 को चारपहिया वाहन (ऑल्टो) के साथ अपहरणकर्ता को गिरफ्तार किया गया। अपहृत को सेंट्रल साइंस कंपाउंड से सकुशल मुक्त कराया गया।
साइबर ठगी की राशि की वापसी की पहल
अब तक की जांच और प्रयासों के तहत:
- ₹5,46,000 बैंक के माध्यम से शिकायतकर्ता को वापस कराए गए हैं।
- ₹1,16,000 होल्ड अमाउंट की वापसी की प्रक्रिया प्रचलित है।
- ₹2,49,000 की राशि कोर्ट के माध्यम से वापस कराने की प्रक्रिया जारी है।
गिरफ्तारी का विवरण
- मुख्य आरोपी: मो. अमन
- पता: पेठिया मोहल्ला, थाना–पूरबसराय, जिला–मुंगेर
- पूर्व आपराधिक इतिहास: मो. अमन का आपराधिक इतिहास भी रहा है, जो जांच के दायरे में है।
भागलपुर पुलिस का संदेश
“भागलपुर पुलिस आपकी सेवा एवं सुरक्षा में सदा तत्पर है।”
इस कार्रवाई से साफ है कि भागलपुर पुलिस साइबर अपराधों पर गंभीरता से कार्रवाई कर रही है और जनता की सुरक्षा व विश्वास बनाए रखने के लिए सतत प्रयासरत है।