
सुल्तानगंज नगर परिषद के इस्लामनगर वार्ड संख्या 23 से एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां कुछ स्थानीय दबंगों ने प्राथमिक विद्यालय इस्लामनगर की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है। आरोप है कि इन लोगों ने विद्यालय की दीवार और छज्जा तोड़ते हुए खिड़कियों को भी बंद कर दिया, जिससे विद्यालय के छात्रों को भीषण गर्मी में घुटन भरे माहौल में पढ़ाई करनी पड़ रही है।
क्या है पूरा मामला?
ग्रामीणों के अनुसार, मो. नोसाद उर्फ पोलो, उनके भाई मो. अबुल कलाम, मो. जुल्फकार, पिता स्व. मो. जकिर और मो. इसराइल ने मिलकर सरकारी विद्यालय की भूमि पर नए भवन का निर्माण कर लिया है।
उन्होंने विद्यालय की पारंपरिक खिड़कियों को ईंट से बंद कर दिया है, जिससे अब गर्मी के दिनों में कक्षा में हवा का आवागमन बाधित हो रहा है और बच्चे बीमार हो रहे हैं।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि यह जमीन शिक्षा विभाग के अधीन है, और उस पर जबरन कब्जा करके नया निर्माण किया जाना कानून का उल्लंघन है।
“बच्चों को गर्मी में घुट-घुटकर पढ़ना पड़ रहा है। खिड़कियां बंद हैं, हवा नहीं आती। कई बच्चे बीमार हो गए हैं।” — एक अभिभावक
❓ जब दबंगों से पूछताछ हुई…
जब पत्रकारों और ग्रामीणों ने आरोपी पक्ष से पूछताछ की तो उनका कहना था:
“जब तक ज़मीन की नापी नहीं होती, तब तक हमारा कब्जा रहेगा। अगर यह स्कूल की जमीन निकली तो हम निर्माण हटा देंगे।“
यह बयान प्रशासनिक व्यवस्था और क़ानून के प्रति खुलेआम चुनौती मानी जा रही है।
घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीणों की सूची
इस घटनाक्रम के दौरान कई ग्रामीण प्रत्यक्षदर्शी के रूप में मौजूद थे, जिन्होंने अधिकारियों से जल्द हस्तक्षेप की मांग की है। स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों से लेकर शिक्षकों तक, सभी ने इस पर सख्त प्रशासनिक हस्तक्षेप की आवश्यकता बताई है।