
सुल्तानगंज: सावन के पावन महीने में श्रद्धा और भक्ति का अनुपम संगम देखने को मिल रहा है। सबसे लंबा कांवरिया पथ अब पूरी तरह भगवामय हो चुका है। “बोल बम” और “हर हर महादेव” के जयघोष से गूंजते इस पथ पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है, जिसमें भक्ति, ऊर्जा और आस्था का अभूतपूर्व नज़ारा देखने को मिल रहा है।
श्रावणी मेले के दूसरे दिन सुल्तानगंज के अजगैबीनाथ धाम में उत्तरवाहिनी गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के बाद हजारों कांवरिये गंगाजल लेकर बाबा बैद्यनाथ धाम, देवघर की ओर पैदल यात्रा पर निकल चुके हैं। यह यात्रा केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि मन, तन और आत्मा को शिव में समर्पित करने की आध्यात्मिक यात्रा बन चुकी है।
ढोल-नगाड़े, शंखनाद और भजन-कीर्तन से कांवर पथ का हर कोना शिवमय हो गया है। खास बात यह रही कि अधिकांश कांवरिये सोमवार और मंगलवार को बाबा को जल अर्पण करने का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहे हैं।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को लेकर प्रशासन सतर्क है। कांवर पथ पर जगह-जगह शिविर लगाए गए हैं, जहां श्रद्धालुओं को जलपान, विश्राम और प्राथमिक उपचार जैसी सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं।
छपरा से आए कांवरिया सुरेंद्र महतो का कहना है, “यह यात्रा जीवन में शक्ति और शांति का अद्भुत अनुभव देती है।” वहीं काशी से आए नंदकिशोर बरनवाल ने कहा, “बोल बम का उत्साह ही हमें हर थकावट से ऊपर उठा देता है।”
इस पवित्र सावन में यह यात्रा सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि सामाजिक एकता, सहयोग और आत्मिक ऊर्जा का उत्सव बन चुकी है — जहां हर कदम शिव की ओर उठता है।