
कोलकाता, 28 जुलाई 2025: पूर्व रेलवे की क्षेत्रीय रेल राजभाषा कार्यान्वयन समिति की मार्च एवं जून 2025 तिमाही की संयुक्त बैठक आज पूर्व रेलवे मुख्यालय, फेयरली प्लेस के महाप्रबंधक सभागार में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता अपर महाप्रबंधक शीलेन्द्र प्रताप सिंह ने की। इस बैठक में विभागाध्यक्षों के साथ-साथ हावड़ा, सियालदह, आसनसोल एवं मालदा मंडल तथा लिलुआ, कांचरापाड़ा एवं जमालपुर कारखानों के सदस्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
बैठक का संचालन वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी एवं समिति के सदस्य सचिव डॉ. मधुसूदन दत्त ने किया। उन्होंने पूर्व रेलवे में पदस्थापना के बाद पहली बार समिति के सचिव के रूप में कार्यभार संभाला और अध्यक्ष महोदय का आभार व्यक्त किया।
मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान मुख्य बिजली इंजीनियर श्री देवेंद्र कुमार ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि हिंदी का प्रयोग न केवल दस्तावेजों में, बल्कि ई-माध्यमों और उद्घाटन पट्टिकाओं में भी अनिवार्य रूप से किया जाए। उन्होंने कहा कि ई-फाइलिंग में भी अधिक से अधिक हिंदी शब्दों का प्रयोग किया जाना चाहिए।
अपर महाप्रबंधक शीलेन्द्र प्रताप सिंह ने अपने संबोधन में सरल और सहज हिंदी के उपयोग पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कार्यालय कार्यों में हिंदी टेम्पलेट और फोनेटिक टाइपिंग का उपयोग बढ़ाएं। रेलवे के एचआरएमएस पोर्टल में भी कर्मचारियों के विवरणों को हिंदी में अंकित करने का सुझाव दिया।
इस अवसर पर वर्ष 2025 की क्षेत्रीय राजभाषा प्रतियोगिताओं — निबंध लेखन, टिप्पण लेखन, प्रारूप लेखन एवं वाक् प्रतियोगिता — में विजयी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र एवं नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कुल 18 प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया, साथ ही आधार वर्ष 2021 के लिए 6 कर्मचारियों को व्यक्तिगत नकद पुरस्कार भी प्रदान किए गए।
कार्यक्रम के अंत में, ‘प्रतिबिंब’ त्रैमासिक पत्रिका (जनवरी-जून 2025 संयुक्त अंक) का विमोचन अपर महाप्रबंधक द्वारा किया गया।
बैठक का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसे समिति के सदस्य सचिव डॉ. मधुसूदन दत्त ने प्रस्तुत किया।