
Patna News: विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक पितृपक्ष मेला 2025 का आयोजन गया जिले में 6 सितंबर से 21 सितंबर तक किया जाएगा। लाखों श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने सुरक्षा और विधि-व्यवस्था को लेकर अभूतपूर्व तैयारियां की हैं। भीड़ प्रबंधन, श्रद्धालुओं की सुविधा और संवेदनशील स्थानों पर सतत निगरानी सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
इस बार कुल 8025 प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मियों की तैनाती विभिन्न जिलों से की गई है। केवल गया जिला और रेल जिला पटना के लिए ही विशेष इंतज़ाम किए गए हैं।
गया जिला में तैनाती
पितृपक्ष मेला के दौरान गया जिला में व्यापक सुरक्षा घेरे की व्यवस्था की गई है। यहाँ कुल
- 395 पुलिस पदाधिकारी
- 1600 हवलदार/सिपाही
- 800 गृह रक्षक
प्रतिनियुक्त किए गए हैं। इसके अलावा मुख्यालय से 5 कंपनी सशस्त्र बल (4 सामान्य + 1 दंगा रोधी), 2 द्रुत अभियानी बल और 2 अश्रु गैस दस्ते भेजे गए हैं। मगध क्षेत्रीय रिजर्व से 1 दंगा निरोधक कंपनी और विशेष सुरक्षा दल, पटना से 2 बम निरोधक दस्ते भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
रेल जिला पटना में तैनाती
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए रेल जिला पटना में भी अतिरिक्त सुरक्षा बलों की नियुक्ति की गई है। यहाँ के लिए मुख्यालय से 1 कंपनी (डीआईजी रिजर्व लाठी बल), 20 पुलिस पदाधिकारी और 100 गृह रक्षक तैनात किए जाएंगे।
सख्त निगरानी और सोशल मीडिया पर नज़र
प्रशासन ने साफ़ निर्देश दिया है कि सोशल मीडिया पर संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाए। अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। इसके साथ ही साम्प्रदायिक या आपसी विवाद की किसी भी संभावना को रोकने के लिए धारा-126 बीएनएस (बी.एन.एस.एस.) के तहत समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है।
प्रशासन की चुनौती और संकल्प
गया का पितृपक्ष मेला धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण आयोजन है। लाखों श्रद्धालु यहाँ अपने पितरों की मोक्ष की कामना के लिए पहुँचते हैं। इतने बड़े आयोजन के दौरान विधि-व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण कार्य है। लेकिन इस बार की गई सुरक्षा तैयारियां और अतिरिक्त बलों की तैनाती यह सुनिश्चित करेंगी कि श्रद्धालु सुरक्षित और निश्चिंत वातावरण में अपने धार्मिक कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें।