
भागलपुर: जिला प्रशासन भागलपुर ने टीबी मुक्त पंचायत पहल के तहत कुमैठा पंचायत को विशेष सम्मान से सम्मानित किया। यह सम्मान समारोह जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता में उनके कार्यालय कक्ष में आयोजित किया गया। समारोह में भागलपुर सिविल सर्जन डॉ. अशोक प्रसाद, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष, ए-एसीएमओ (टीबी), एसीएमओ, और डब्ल्यूएचओ (एनटीईपी) के डॉ. मेजर अवकाश सिन्हा सहित चांदपुर और जगदीशपुर के मुखिया भी उपस्थित थे।
इस पहल का उद्देश्य टीबी (तपेदिक) जैसी जानलेवा बीमारी को ग्रामीण स्तर पर पूरी तरह समाप्त करना और पंचायतों में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाना है। कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने टीबी मुक्त पंचायतों की उपलब्धियों और स्थानीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों में योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूक समाज ही मजबूत और विकासशील समाज की नींव रख सकता है।
इस अवसर पर सुल्तानगंज प्रखंड की कुमैठा पंचायत को “टीबी मुक्त पंचायत” का पुरस्कार प्रदान किया गया। चूंकि कुमैठा के मुखिया समारोह में उपस्थित नहीं थे, इसलिए यह सम्मान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने जिलाधिकारी के कर कमलों से ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान पंचायतवासियों की सक्रिय भागीदारी और स्वास्थ्य पहल में उनकी निरंतर मेहनत का परिणाम है।
टीबी मुक्त पंचायत पहल के अंतर्गत पंचायत स्तर पर व्यापक जांच, टीबी जागरूकता अभियान और उपचार की समयबद्ध उपलब्धता सुनिश्चित की जाती है। कुमैठा पंचायत ने इन सभी मानकों को पूरा करते हुए यह प्रतिष्ठित सम्मान हासिल किया।
जिला प्रशासन ने इस अवसर पर स्थानीय समुदाय को टीबी जैसी गंभीर बीमारी के प्रति सतर्क रहने और नियमित स्वास्थ्य जांच कराने का संदेश भी दिया। अधिकारियों ने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में इस पहल को और व्यापक रूप से लागू किया जाएगा, ताकि भागलपुर जिले की सभी पंचायतें टीबी मुक्त बन सकें।
इस कार्यक्रम के माध्यम से न केवल कुमैठा पंचायत की स्वास्थ्य उपलब्धियों को मान्यता मिली, बल्कि यह पूरे जिले में टीबी मुक्त भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित हुआ।