
भागलपुर/कहलगांव: भागलपुर जिले के कहलगांव थाना क्षेत्र से पुलिस की कथित बर्बरता का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। धनकुंड थाना क्षेत्र निवासी और कहलगांव के 40 फीट रोड इलाके में किराये पर रहकर मजदूरी करने वाले अभिकांत शर्मा ने कहलगांव थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
पीड़ित अभिकांत शर्मा के अनुसार, 22 मार्च 2025 को वह काम से लौट रहे थे, तभी पुलिस की एक टीम वहां पहुंची। बिना किसी पूर्व सूचना या पूछताछ के, थाना प्रभारी ने लाठी से बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। इस हमले में उनका हाथ फ्रैक्चर हो गया।
₹10,000 लूटने का भी आरोप
इतना ही नहीं, अभिकांत ने यह भी आरोप लगाया है कि पिटाई के दौरान थानेदार ने उनकी जेब से ₹10,000 नकद निकाल लिए। बुरी तरह घायल होने के बाद वह किसी तरह कहलगांव पीएचसी पहुंचे, जहां से उन्हें भागलपुर मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया गया।
कोर्ट में की शिकायत, लेकिन जवाब में झूठी रिपोर्ट?
पीड़ित ने हिम्मत जुटाकर न्यायालय में इस घटना की शिकायत दर्ज कराई, लेकिन उनका आरोप है कि थाना से भेजी गई रिपोर्ट में झूठी जानकारी दी गई, जिससे उन्हें अब तक न्याय नहीं मिल पाया है।
अब चार महीने से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन न तो दोषियों पर कोई कार्रवाई हुई है और न ही पीड़ित को न्याय मिला।
अभिकांत शर्मा, पीड़ित मजदूर ने कहा:
“मैं गरीब मजदूर हूं, किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। थाना प्रभारी ने मुझे बिना वजह मारा और मेरे पैसे भी ले लिए। मैं बस इतना चाहता हूं कि मुझे न्याय मिले और दोषी पर कार्रवाई हो।”
प्रशासन से न्याय की गुहार
अभिकांत शर्मा ने जिला प्रशासन और पुलिस महकमे से निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि गरीब और मजदूरों को ही पुलिस द्वारा इस तरह प्रताड़ित किया जाएगा, तो वे किससे न्याय की उम्मीद करें?