
भागलपुर। ऊर्जा के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि की ओर बिहार आज एक और कदम बढ़ाने जा रहा है। पीरपैंती, भागलपुर में 3×800 मेगावाट क्षमता वाले थर्मल पावर प्लांट का शिलान्यास 15 सितंबर 2025 (सोमवार) को होगा। इस भव्य अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिलान्यास करेंगे।
इस समारोह की विशेषता यह है कि यह बिहार की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा। 2400 मेगावाट क्षमता वाले इस पावर प्रोजेक्ट से राज्य ही नहीं, पूरे पूर्वी भारत की बिजली व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। इस आयोजन को लेकर प्रशासनिक स्तर पर व्यापक तैयारियां की गई हैं।
शिलान्यास कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। इसके साथ ही राज्य मंत्रिमंडल के कई वरिष्ठ मंत्री, जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी भी इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे।
उल्लेखनीय है कि इस परियोजना से न सिर्फ क्षेत्र की बिजली आपूर्ति सुधरेगी, बल्कि हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार भी मिलेगा। औद्योगिक विकास और स्थानीय कारोबार को भी इससे बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा। सरकार का मानना है कि यह प्रोजेक्ट ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
समारोह को लेकर पूरे भागलपुर और आसपास के क्षेत्रों में उत्साह का माहौल है। स्थानीय लोग इस प्रोजेक्ट को अपने क्षेत्र के विकास के लिए नई उम्मीद के रूप में देख रहे हैं। पावर प्लांट से मिलने वाली बिजली से कृषि, उद्योग, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में नई ऊर्जा का संचार होगा।
कार्यक्रम का आयोजन आज दोपहर 2:30 बजे पीरपैंती, भागलपुर में किया जाएगा। आम नागरिकों को भी इस अवसर पर शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।
ऊर्जा विभाग, बिहार सरकार ने इसे राज्य की बड़ी उपलब्धियों में से एक बताते हुए कहा है कि आने वाले वर्षों में बिहार ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर ही नहीं बल्कि ऊर्जा आपूर्ति में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।