
भागलपुर: भागलपुर में संभावित वीवीआईपी आगमन को लेकर प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है। बुधवार को जिलाधिकारी सह जिला दंडाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी और वरीय पुलिस अधीक्षक श्री हृदयकांत ने कहलगांव स्थित ऐतिहासिक विक्रमशिला खुदाई स्थल का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था, आगंतुकों के मार्ग, प्रवेश और निकास बिंदुओं की समीक्षा की। उन्होंने स्थल की साफ-सफाई, भीड़ प्रबंधन और यातायात नियंत्रण को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह, सहायक समाहर्ता जतिन कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी कहलगांव सहित कई विभागीय पदाधिकारी मौजूद थे। डीएम ने कहा कि वीवीआईपी विजिट के दौरान ऐतिहासिक स्थल की गरिमा और सुरक्षा सुनिश्चित करना प्राथमिकता है। वहीं, एसएसपी ने पुलिस बल की तैनाती और सुरक्षा घेराबंदी की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए।
विक्रमशिला खुदाई स्थल का संक्षिप्त परिचय:
भागलपुर जिले के कहलगांव में स्थित विक्रमशिला खुदाई स्थल 8वीं–9वीं शताब्दी में पाल वंश के राजा धर्मपाल द्वारा स्थापित एक प्राचीन बौद्ध शिक्षा केंद्र था। नालंदा की तरह यह भी अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विश्वविद्यालय था, जहाँ वज्रयान बौद्ध धर्म की पढ़ाई होती थी। 12वीं शताब्दी में तुर्क आक्रमण से यह नष्ट हो गया। वर्तमान में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा संरक्षित यह स्थल ऐतिहासिक और पर्यटन दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है।