
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने आज राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से शिष्टाचार मुलाकात की और उन्हें बिहार के भागलपुर आगमन का न्योता दिया। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रपति को तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में अमर शहीद तिलकामांझी की आदमकद प्रतिमा के अनावरण समारोह में शामिल होने का आग्रह किया।
शाहनवाज हुसैन ने बताया कि राष्ट्रपति से उनकी मुलाकात अत्यंत आत्मीय रही। उन्होंने राष्ट्रपति को भागलपुर के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने निमंत्रण को सहर्ष स्वीकार करते हुए भागलपुर आने का हरसंभव प्रयास करने का आश्वासन दिया।
भागलपुर की विरासत पर चर्चा
पूर्व मंत्री ने राष्ट्रपति को बताया कि भागलपुर प्राचीन अंग प्रदेश का हिस्सा है, जिसका उल्लेख रामायण और महाभारत काल से मिलता है।
- श्रावणी मेला के दौरान लाखों शिव भक्त गंगा जल लेकर बाबा बैद्यनाथ धाम में जलार्पण करते हैं।
- भागलपुर को सिल्क सिटी के नाम से वैश्विक पहचान प्राप्त है।
- मंदार पर्वत और इससे जुड़ी पुराण कथाएं, इस क्षेत्र की धार्मिक विरासत को समृद्ध बनाती हैं।
- कहलगांव स्थित विक्रमशिला विश्वविद्यालय की पुनर्स्थापना के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार लगातार प्रयासरत हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि विक्रमशिला विश्वविद्यालय का पुनर्निर्माण न केवल शैक्षणिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह क्षेत्र के गौरव को पुनर्जीवित करेगा।
राष्ट्रपति को भ्रमण के लिए आमंत्रण
शाहनवाज हुसैन ने महामहिम को विक्रमशिला विश्वविद्यालय परिसर का भ्रमण करने के लिए भी आमंत्रित किया। उन्होंने भरोसा जताया कि राष्ट्रपति का आगमन भागलपुर के विकास और सांस्कृतिक पुनरुत्थान की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम होगा।