
Bihar News: बिहार की राजधानी पटना में यातायात को सुगम बनाने की दिशा में एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को मीठापुर-महुली-पुनपुन परियोजना के अंतर्गत 1105 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित भूपतिपुर से पुनपुन (NH-22) तक एलिवेटेड/एटग्रेड सड़क का शिलापट्ट अनावरण एवं लोकार्पण किया।
अब सिपारा से महुली सिर्फ 5 से 6 मिनट में
लोकार्पण समारोह भूपतिपुर में आयोजित किया गया था, जहाँ मुख्यमंत्री ने फीता काटकर परियोजना को जनता को समर्पित किया। इस एलिवेटेड सड़क के चालू हो जाने से अब सिपारा से महुली की दूरी सिर्फ 5 से 6 मिनट में तय की जा सकेगी। पथ के रैंप से होकर यात्री तेज और निर्बाध यात्रा कर सकेंगे।
निरीक्षण के दौरान पुनपुन में लोगों से की मुलाकात
लोकार्पण के बाद मुख्यमंत्री ने स्वयं भूपतिपुर से पुनपुन तक एलिवेटेड सड़क का निरीक्षण किया और पुनपुन पहुंचकर स्थानीय नागरिकों से बातचीत भी की। लोगों ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस क्षेत्र में विकास की दिशा में यह परियोजना मील का पत्थर साबित होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “इस क्षेत्र से मेरा पुराना जुड़ाव रहा है। मुझे जब भी मौका मिलता है, मैं यहां की समस्याओं को सुनता और समाधान करता हूं। हम हमेशा आपके साथ हैं।”
दक्षिण बिहार के जिलों को होगा लाभ
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान बताया कि इस सड़क के चालू हो जाने से गया, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद, राजगीर जैसे दक्षिण बिहार के जिलों तक आवागमन आसान होगा। पटना की जाम की समस्या से राहत मिलने के साथ-साथ राजधानी के दक्षिणी हिस्सों में रहने वाले लाखों लोगों को यातायात में बेहतर सुविधा और समय की बचत होगी।
सिपारा से मीठापुर फ्लाईओवर तक होगा निर्माण
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के क्रम में सिपारा के पास रुककर अधिकारियों से परियोजना की विस्तृत जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि मीठापुर-महुली एलिवेटेड पथ सिपारा पुल के ऊपर से होकर मीठापुर फ्लाईओवर गोलंबर से जुड़ेगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इस बचे हुए कार्य को आगामी दो माह में हर हाल में पूरा किया जाए।
उपस्थित रहे कई गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर दोनों उपमुख्यमंत्री – सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, सांसद रविशंकर प्रसाद, पूर्व मंत्री श्याम रजक, पूर्व सांसद रामकृपाल यादव, सहित अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी एवं पथ निर्माण से जुड़े वरीय अधिकारी उपस्थित रहे।