
परिजनों ने लगाया दलाली का आरोप, पांच घंटे तक नहीं मिली प्रशासनिक मदद
भागलपुर शहर के बायपास थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसे में शिवनारायणपुर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी सूरज कुमार की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सूरज मंगलवार की शाम अपने मामा के घर से लौट रहा था, तभी रास्ते में एक अज्ञात वाहन ने कुचल दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
हादसे की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मायागंज अस्पताल भेज दिया। बुधवार सुबह जब परिजनों को जानकारी मिली, तो वे अस्पताल पहुंचे, जहां सूरज का शव अज्ञात हालत में पड़ा हुआ मिला।
पोस्टमार्टम प्रक्रिया में लापरवाही और दलाली का आरोप
परिजन जब शव की पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू करवाने के लिए बरारी थाना कैंप पहुंचे, तो उन्हें यह कहकर लौटा दिया गया कि “बड़ा बाबू नहीं हैं, उनके आने पर ही कागज मिलेगा।” इस बीच परिजनों ने आरोप लगाया कि एक अज्ञात व्यक्ति दलाल के रूप में आया और कहा:
“₹10,000 दीजिए, तुरंत कागज बनवा देंगे।”
परिजनों का कहना है कि वे पिछले पांच घंटे से मायागंज अस्पताल परिसर में चक्कर काट रहे थे, लेकिन कोई अधिकारी मदद के लिए आगे नहीं आया।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मृतक के मामा प्रकाश साह ने बताया कि सूरज अपने परिवार का इकलौता पुत्र था और उसकी मौत ने पूरे परिवार को विक्षिप्त और असहाय बना दिया है। उन्होंने प्रशासन से इस व्यवस्था में सुधार की मांग की है ताकि भविष्य में किसी शोकग्रस्त परिवार को इस तरह की जिल्लत ना झेलनी पड़े।
सवाल खड़े करती है व्यवस्था
एक ओर सरकार सड़क दुर्घटनाओं और अस्पतालों में पारदर्शिता की बात करती है, वहीं दूसरी ओर ऐसे मामलों में प्रशासनिक लापरवाही और दलाली की शिकायतें सवाल खड़े करती हैं। जरूरत है कि जिम्मेदार अधिकारी तत्परता से संज्ञान लें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।