
भागलपुर में आज मोहर्रम की दसवीं तारीख पर भव्य ताजिया जुलूस निकाला गया, जिसमें गम, श्रद्धा और भाईचारे का भावनात्मक संगम देखने को मिला। जुलूस की शुरुआत कोतवाली चौक से हुई, जो शहर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरते हुए शाहजंगी मैदान में सम्पन्न हुआ।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़
ताजिया जुलूस में भाग लेने और उसे देखने के लिए बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग सड़कों पर उमड़ पड़े। पूरा शहर मातमी रंग में डूबा रहा, और जुलूस के मार्ग पर जगह-जगह श्रद्धालुओं द्वारा दस्तूर के मुताबिक मर्सिए और नोहे पढ़े गए।
कड़ी सुरक्षा और शांतिपूर्ण माहौल
शहर में शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन द्वारा व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। पुलिस बल की तैनाती, ड्रोन कैमरों से निगरानी और संवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती गई। प्रशासनिक अधिकारियों ने पूरे कार्यक्रम की लगातार मॉनिटरिंग की, ताकि जुलूस शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से संपन्न हो सके।
प्रशासन की मुस्तैदी रही काबिले तारीफ
जुलूस के आयोजन को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क और सक्रिय रहा। शांति समिति के सदस्यों, स्थानीय समुदाय के प्रतिनिधियों और पुलिस-प्रशासन के बीच बेहतर समन्वय देखने को मिला, जिससे मोहर्रम का यह पावन आयोजन बिना किसी अव्यवस्था के सम्पन्न हो सका।
सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल
इस मौके पर शहरवासियों ने आपसी सहयोग और साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की। मोहर्रम के जुलूस ने न सिर्फ गम और अकीदत का संदेश दिया, बल्कि सामाजिक एकता और भाईचारे को भी मजबूती प्रदान की।