
6 जुलाई को पटना के गांधी मैदान में प्रस्तावित ‘सनातन महाकुंभ’ कार्यक्रम पर फिलहाल जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है। इस आयोजन में बाबा बागेश्वर धाम सरकार (पं. धीरेंद्र शास्त्री) की उपस्थिति प्रस्तावित थी, लेकिन फिलहाल प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण और कानून-व्यवस्था के मद्देनज़र अनुमति नहीं दी है।
यह कार्यक्रम पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद अश्विनी चौबे के तत्वावधान में आयोजित होना था, जिसमें देशभर के प्रमुख संतों, जैसे जगद्गुरु रामभद्राचार्य, की उपस्थिति भी संभावित थी।
प्रशासन की चिंता: भीड़ और कानून-व्यवस्था
पटना जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि:
“बीते वर्ष नौबतपुर में हुए धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम में भीड़ का अनुमान से अधिक जमावड़ा हुआ था, जिससे स्थिति संभालना चुनौतीपूर्ण हो गया था।”
इसी अनुभव को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने फिलहाल अनुमति देने से इनकार किया है।
गठित होगी विशेष समिति
प्रशासन इस विषय पर अंतिम निर्णय लेने से पहले एक विशेष समिति गठित करने की तैयारी में है, जो:
- संभावित भीड़ का आकलन करेगी
- विधि-व्यवस्था पर असर की समीक्षा करेगी
- सुरक्षा व्यवस्था की व्यवहारिकता की रिपोर्ट देगी
इस रिपोर्ट के आधार पर ही यह तय होगा कि कार्यक्रम को अनुमति दी जाएगी या नहीं।
आयोजकों का पक्ष
कार्यक्रम के आयोजक अश्विनी चौबे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
“‘सनातन महाकुंभ’ एक धार्मिक और सामाजिक समरसता को बढ़ाने वाला आयोजन है। हम प्रशासन से अपेक्षा करते हैं कि वे उचित सुरक्षा व्यवस्था के साथ अनुमति प्रदान करें।”