
भागलपुर जिले के सुलतानगंज में स्थित ऐतिहासिक ठाकुरबाड़ी मंदिर से करोड़ों की चोरी का मामला सामने आया है। मंदिर से अष्टधातु की ठाकुर जी और गणेश जी की मूर्तियाँ, हीरे-जड़े मुकुट और अन्य कीमती आभूषण गायब हो गए हैं। इस संबंध में ठाकुरबाड़ी के नवनियुक्त महंत ने सुलतानगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
महंत के अनुसार, पूर्व महंत कश्यपदास ने बिना समिति की अनुमति के नरेंद्र प्रताप चौधरी को प्रबंधक और उनके भाई को उप-प्रबंधक नियुक्त किया था। आरोप है कि इन लोगों ने आपसी मिलीभगत से मंदिर की बहुमूल्य धरोहरें गायब कर दीं। इसके अलावा, मठ की जमीन और मकानों को भी गिरवी रखने का गंभीर आरोप है।
सूचना मिलने पर गठित जांच समिति ने मौके पर पहुंचकर जांच की और सभी आरोप सही पाए। मामले की गंभीरता को देखते हुए पूर्व महंत और दोनों प्रबंधकों को निष्कासित कर दिया गया है। साथ ही, तीनों आरोपी फरार बताए जा रहे हैं।
महंत ने यह भी दावा किया है कि उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है और उनकी हत्या की साजिश रची जा रही है। उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा की मांग करते हुए आम जनता से ठाकुरबाड़ी की गरिमा और आस्था को बचाने की अपील की है।
यह मंदिर सावन में हजारों कांवड़ियों का ठहराव स्थल रहा है, ऐसे में इस तरह की घटना ने श्रद्धालुओं के बीच गहरी चिंता और नाराज़गी पैदा की है।