
भागलपुर: स्वास्थ्य विभाग, यूनिसेफ, डब्ल्यूएचओ और पीसीआई के सहयोग से भागलपुर में “जिला स्तरीय नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में मीडिया की भूमिका” विषय पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य मीडिया को टीकाकरण कार्यक्रम की गहन जानकारी देना, जन-जागरूकता को गति देना और समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करना था।
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के सिविल सर्जन डॉ. अशोक प्रसाद मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा —
“नियमित टीकाकरण बच्चों के स्वस्थ जीवन के लिए बेहद आवश्यक है। मीडिया इस संदेश को गाँव-गाँव और घर-घर तक पहुँचाकर समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।”
बीमारियों से बचाव में टीकाकरण की अहमियत
कार्यशाला में यूनिसेफ और पीसीआई के प्रतिनिधियों ने बताया कि खसरा, पोलियो, डिप्थीरिया और काली खाँसी जैसी बीमारियों को नियमित टीकाकरण से रोका जा सकता है। मीडिया के माध्यम से सही और प्रमाणिक जानकारी जनता तक पहुँचाना बेहद ज़रूरी है ताकि लोग अफवाहों के शिकार न हों।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. धनंजय कुमार ने बताया कि मीडिया के सहयोग से “मिशन इंद्रधनुष” जैसे अभियानों को ज़मीनी स्तर पर सफल बनाया जा सका है। उन्होंने कहा कि कई बार गलत धारणाओं के कारण अभिभावक बच्चों को टीका लगवाने से कतराते हैं, ऐसे में मीडिया की सटीक सूचना लोगों का दृष्टिकोण बदल सकती है।
पत्रकारों और मीडिया कर्मियों की सक्रिय भागीदारी
कार्यशाला में स्थानीय पत्रकारों, रेडियो प्रतिनिधियों और डिजिटल मीडिया से जुड़े प्रतिभागियों ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि वे स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर अभियान चलाएंगे ताकि समाज के अंतिम व्यक्ति तक टीकाकरण का संदेश पहुँच सके।
इस अवसर पर अमित कुमार (SMC), सदाबा मलिक (यूनिसेफ) और आनंद कुमार (डीसी पीसीआई) ने कार्यशाला का संचालन किया। साथ ही, पीसीआई के प्रखंड समन्वयक शिवानी कुमारी, सुनील कुमार साह, अभिषेक कुमार और मुकेश कुमार भी मौजूद रहे।
बेहतर स्वास्थ्य की दिशा में कदम
कार्यक्रम के समापन पर कामता प्रसाद (पीसीआई) और अमित कुमार (यूनिसेफ) ने सभी प्रतिभागियों का आभार जताते हुए कहा कि मीडिया और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त प्रयास से जिले में टीकाकरण की स्थिति और अधिक सुदृढ़ होगी।