
भागलपुर, 13 सितम्बर: आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत निजी अस्पतालों में धोखाधड़ी रोकने और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए शनिवार को भागलपुर में निजी होटल में एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यक्रम का आयोजन बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति (BSSS) और सेंटर फॉर हेल्थ पॉलिसी – एडीआरआई (CHP–ADRI) के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
कार्यशाला में भागलपुर, बांका, बेगुसराय, जमुई, खगड़िया, लखीसराय और मुंगेर जिलों के निजी सूचीबद्ध अस्पतालों के प्रतिनिधि, वरिष्ठ चिकित्सक और स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत BSSS के निदेशक (ऑपरेशन) डॉ. आलोक रंजन के स्वागत भाषण और उद्देश्य प्रस्तुति के साथ हुई। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. अशोक कुमार, सिविल सर्जन भागलपुर उपस्थित रहे, जबकि कार्यशाला की अध्यक्षता शैलेश चंद्र दिवाकर, प्रशासनिक पदाधिकारी, BSSS ने की।
श्री दिवाकर ने एंटी-फ्रॉड उपायों पर अपने मुख्य वक्तव्य में प्रतिभागियों को धोखाधड़ी रोकने के लिए उठाए जाने वाले कदमों और पारदर्शिता बनाए रखने के महत्व के बारे में बताया। इसके बाद विभिन्न तकनीकी सत्रों में डॉ. गुरिंदर रंधावा (कंसल्टेंट, CHP–ADRI) और डॉ. आलोक रंजन (BSSS) ने धोखाधड़ी रोकथाम, गुणवत्ता दस्तावेजीकरण और केस स्टडीज पर विस्तृत चर्चा की। वहीं, डॉ. नीरज कुमार सिंह (निदेशक–हेल्थकेयर, BSSS) और श्री सत्येंद्र कुमार (CHP–ADRI) ने स्टैंडर्ड ट्रीटमेंट गाइडलाइंस और हेल्थ बेनिफिट पैकेज के अनुपालन पर प्रोटोकॉल की जानकारी दी।
प्रतिभागियों को IHIP पोर्टल के माध्यम से रियल-टाइम रिपोर्टिंग की प्रक्रिया से भी अवगत कराया गया। कार्यक्रम के अंतिम चरण में फोकस ग्रुप डिस्कशन (FGD) का आयोजन हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने योजना के क्रियान्वयन से जुड़ी चुनौतियों और उनके संभावित समाधान पर अपने सुझाव साझा किए।
समापन सत्र में डॉ. सूरज शंकर (टीम लीड, CHP–ADRI) ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि प्राप्त सुझाव योजना की प्रभावशीलता को और मजबूत करेंगे। इस अवसर पर ADRI टीम के इन्द्रजीत गोस्वामी, दिलीप, संजीव, पवन, अंशुल सहित अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।