
Bhagalpur News: भागलपुर के तिलकामांझी इलाके से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला के ऑपरेशन के दौरान चिकित्सकीय लापरवाही के चलते उसके पेट में सर्जिकल ब्लेड छूट गया। इस लापरवाही का आरोप भागलपुर की प्रसिद्ध गायनोकोलॉजिस्ट डॉ. अनुपमा सिन्हा पर लगा है।
ऑपरेशन के बाद मरीज को सौंपा गया जूनियर के हवाले
पीड़ित महिला का ऑपरेशन सफल होने के बाद डॉ. अनुपमा सिन्हा ने मरीज को अपनी देखरेख में न रखकर एक जूनियर डॉक्टर को सौंप दिया, और स्वयं अपने चेंबर लौट गईं। ऑपरेशन के तुरंत बाद कोई असामान्यता सामने नहीं आई, लेकिन करीब 10 दिन बाद महिला को तेज़ पेट दर्द की शिकायत हुई।
जांच में हुआ खुलासा: पेट के अंदर रह गया ब्लेड
परिजनों ने जब महिला को दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया और एक्स-रे व अन्य चिकित्सकीय जांच कराई, तो सामने आया कि महिला के पेट के अंदर सर्जिकल ब्लेड छूट गया है। यह खबर सामने आने के बाद परिजन हैरान और आक्रोशित हैं।
परिजन दर्ज कराएंगे FIR, उठी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग
पीड़िता के परिजनों ने डॉक्टर पर गंभीर चिकित्सकीय लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि अब वे इस मामले में FIR दर्ज कराने की प्रक्रिया में हैं। साथ ही, उन्होंने अस्पताल प्रशासन और चिकित्सा परिषद से डॉ. अनुपमा सिन्हा के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है।
मेडिकल एथिक्स पर सवाल
यह घटना न केवल चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि मरीज की जान के साथ हुए अनदेखी और जोखिमपूर्ण व्यवहार को भी उजागर करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि सर्जरी जैसी गंभीर प्रक्रिया के बाद मरीज की स्थिति पर सीधे सीनियर डॉक्टर की निगरानी रहनी चाहिए थी।
अब तक अस्पताल की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं
घटना के सामने आने के बाद अब तक अस्पताल या डॉ. अनुपमा सिन्हा की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। परिजन इस मामले को लेकर अब कानूनी कार्रवाई के लिए कदम बढ़ा चुके हैं।