
Bhagalpur News: मिर्जाचौकी से मुंगेर तक बन रही फोरलेन सड़क परियोजना अपने अंतिम चरण में है। लगभग 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है, लेकिन इस विकास कार्य के बीच नाथनगर प्रखंड के मधुसूदनपुर क्षेत्र अंतर्गत बिहारीपुर गांव के ग्रामीणों ने निर्माण एजेंसी और जिला प्रशासन के खिलाफ आवाज़ बुलंद कर दी है।
ग्रामीणों की स्पष्ट मांग है — “हमें सर्विस रोड चाहिए।”
13 जून से जारी है शांतिपूर्ण धरना
बिहारीपुर के ग्रामीण 13 जून से शांतिपूर्ण धरने पर बैठे हैं। उन्होंने साफ़ चेतावनी दी है कि जब तक सर्विस रोड की स्वीकृति नहीं मिलती, तब तक वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने फोरलेन निर्माण के लिए अपनी कीमती जमीनें दी हैं, लेकिन अब उन्हें उस सड़क से जुड़ने का कोई माध्यम ही नहीं मिल रहा है।
बाढ़ क्षेत्र में सर्विस रोड की अनिवार्यता
बिहारीपुर क्षेत्र बाढ़-प्रभावित है। ग्रामीणों का कहना है कि फोरलेन तो बन गया, लेकिन यदि सर्विस रोड नहीं बनी तो आपातकालीन स्थिति में संपर्क पूरी तरह टूट सकता है। इससे न सिर्फ जन-जीवन प्रभावित होगा बल्कि जान-माल का भी गंभीर खतरा उत्पन्न हो जाएगा।
ग्रामीणों ने जताया रोष, प्रशासन से जल्द समाधान की मांग
धरने में शामिल ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने बार-बार निर्माण एजेंसी और प्रशासन से संपर्क किया, लेकिन उनकी बातों को अब तक अनसुना किया जा रहा है। वे चाहते हैं कि उन्हें केवल एक सुविधाजनक और सुरक्षित पहुंच मार्ग मिले, ताकि वे भी इस फोरलेन परियोजना के लाभार्थी बन सकें, न कि विकास के शिकार।
सिर्फ विकास नहीं, सुरक्षा भी ज़रूरी
ग्रामीणों ने कहा कि वे विकास के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन यह विकास उनकी सुरक्षा और जीवनशैली को खतरे में डाल रहा है। उन्होंने जिला प्रशासन और फोरलेन निर्माण एजेंसियों से त्वरित हस्तक्षेप की मांग की है ताकि एक स्थायी समाधान निकल सके और इलाके के लोग भी आत्मविश्वास के साथ इस परियोजना को स्वीकार कर सकें।