
जापान के ओसाका में आयोजित वर्ल्ड एक्सपो 2025 में भारतीय रेल की शानदार उपस्थिति ने न केवल भारतीय प्रवासियों को आकर्षित किया है, बल्कि जापानी नागरिकों को भी अत्यंत प्रभावित किया है। इंडिया पवेलियन में प्रदर्शित वंदे भारत एक्सप्रेस और चिनाब ब्रिज की प्रस्तुतियों को देख लोग भारतीय रेलवे की तकनीकी प्रगति से चकित हैं।
वंदे भारत: भारत की तकनीकी क्रांति का प्रतिनिधि
वंदे भारत एक्सप्रेस की एयरोडायनॉमिक डिजाइन, इनबिल्ट सुरक्षा फीचर्स और सेमी हाई-स्पीड क्षमताएं जापानी दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। आधुनिक तकनीक से लैस इस ट्रेन में वातानुकूलित कोच, स्वचालित दरवाजे, बायो टॉयलेट्स, ऑनबोर्ड कैटरिंग, जीपीएस सूचना प्रणाली, वाई-फाई और सीसीटीवी जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
आज भारत में लगभग 140 वंदे भारत ट्रेनें संचालित की जा रही हैं, जिन्होंने रेलवे यात्रा के अनुभव को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। यह ट्रेनें विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों, विद्यार्थियों और महिलाओं के लिए सुविधाजनक साबित हो रही हैं।
चिनाब ब्रिज: दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज
हिमालय की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में बना चिनाब ब्रिज, भारतीय इंजीनियरिंग क्षमता का प्रतीक बन चुका है। दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज होने के नाते, यह तकनीकी नवाचार और रणनीतिक कनेक्टिविटी का उदाहरण प्रस्तुत करता है। ओसाका एक्सपो में इसके 3D प्रेजेंटेशन और इंटरैक्टिव मॉडल को देखकर जापानी इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर छात्रों में गहरी रुचि देखी गई।
भारत का वैश्विक प्रभाव
13 अप्रैल से 13 अक्टूबर 2025 तक चलने वाला यह वर्ल्ड एक्सपो भारत के लिए वैश्विक मंच पर अपनी प्रगति, नवाचार और आत्मनिर्भरता को प्रदर्शित करने का एक अनमोल अवसर है। इंडिया पवेलियन की लोकप्रियता यह दर्शाती है कि विश्व आज के भारत को एक गतिशील, तकनीकी और उन्नत राष्ट्र के रूप में देख रहा है।