
भागलपुर/नवगछिया: जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान भारतीय सेना के वीर सपूत हवलदार संतोष यादव वीरगति को प्राप्त हो गए। नवगछिया के इस्माईलपुर प्रखंड अंतर्गत भिट्ठा गांव निवासी शहीद संतोष यादव की शहादत की खबर मिलते ही पूरे गांव और क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। गांव के हर चेहरे पर गम और गर्व का मिला-जुला भाव देखा गया।
शहीद संतोष यादव अपने पीछे पत्नी, तीन बेटियां और एक बेटा छोड़ गए हैं। उनका सबसे बड़ा सपना था कि उनकी बड़ी बेटी एक दिन बिहार पुलिस में दरोगा बने। अब यह सपना केवल उनके परिवार का नहीं, बल्कि पूरे गांव और क्षेत्र का संकल्प बन गया है।
इस दुखद घटना की सूचना मिलते ही जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और सांसद पप्पू यादव शहीद के घर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से मिलकर संवेदना प्रकट की और तत्काल एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी। साथ ही उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से मांग की कि शहीद की पत्नी को जल्द सरकारी नौकरी दी जाए और परिवार को ₹4 करोड़ की आर्थिक मदद उपलब्ध कराई जाए।
सांसद पप्पू यादव ने कहा, “शहीद संतोष यादव का सपना अधूरा नहीं रहेगा। उनकी बेटी को दरोगा बनाकर ही हम दम लेंगे। देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूलेगा।”
शहीद हवलदार संतोष यादव की यह शहादत देश के लिए एक अमूल्य बलिदान है। उनकी बहादुरी और देशभक्ति आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी। पूरा देश उनके इस अद्भुत साहस और त्याग को नमन करता है।