
बिहार बंद के आह्वान का असर बुधवार को भागलपुर में शिक्षा व्यवस्था पर भी देखने को मिला। मारवाड़ी कॉलेज में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) की चल रही परीक्षा को बीच में ही रोक दिया गया, जिससे छात्र-छात्राओं में भारी आक्रोश देखा गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, परीक्षा के दौरान बिना किसी पूर्व सूचना के उत्तरपुस्तिकाएं निर्धारित समय से लगभग एक घंटा पहले ही जब्त कर ली गईं और परीक्षा को बीच में बंद करवा दिया गया। इससे छात्रों को गहरी असुविधा का सामना करना पड़ा।
परीक्षा के बाधित होने से नाराज कई विद्यार्थियों ने कॉलेज प्रशासन से इस परीक्षा को दोबारा आयोजित कराने की मांग की है। छात्रों का कहना है कि उन्होंने लंबे समय से इस परीक्षा की तैयारी की थी और इस तरह परीक्षा को बीच में रुकवाना न केवल उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है, बल्कि यह शिक्षा व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।
इस घटनाक्रम का एक वीडियो भी अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें परीक्षा केंद्र से बाहर निकलते छात्र अपनी नाराजगी जाहिर करते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में साफ तौर पर छात्रों को परीक्षा रुकने पर विरोध करते और प्रशासन से जवाब मांगते देखा जा सकता है।
बैकग्राउंड में: बिहार बंद का आयोजन महागठबंधन द्वारा विभिन्न मांगों और मुद्दों को लेकर किया गया था, जिसका असर राज्यभर में देखा गया। हालांकि प्रशासन ने सामान्य जनजीवन को बाधित न होने देने का दावा किया था, लेकिन शैक्षणिक गतिविधियों पर इसका सीधा प्रभाव साफ झलकता है।
अब देखना यह होगा कि इग्नू और कॉलेज प्रशासन इस मामले में क्या निर्णय लेते हैं और छात्रों की मांगों पर क्या प्रतिक्रिया आती है।