
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर प्रदेश एवं देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि भारतीय संस्कृति और परंपरा में पर्व-त्योहारों की एक लंबी श्रृंखला है, जो हमारी सांस्कृतिक विरासत और विविधता में एकता का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिवर्ष भादो माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को जन्माष्टमी के रूप में बड़े धूमधाम से पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार मनाया जाता है। इस अवसर पर भक्तगण व्रत, पूजा-अर्चना और भजन-कीर्तन कर भगवान श्रीकृष्ण के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं।
उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के आदर्श और उनके कर्मयोग के उपदेश आज भी प्रासंगिक हैं और हमें जीवन में सच्चाई, न्याय और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं। मुख्यमंत्री ने लोगों से आह्वान किया कि वे जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर श्रीकृष्ण के उपदेशों को आत्मसात करने का संकल्प लें और उनके बताए मार्ग पर चलकर समाज में प्रेम, करुणा और भाईचारे का संदेश फैलाएं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ऐसे पर्व-त्योहार सामाजिक समरसता और आपसी मेल-जोल को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह पर्व प्रदेश में सामाजिक सौहार्द, प्रेम और उत्साह के वातावरण को और मजबूत करेगा तथा बिहार को सुखी, समृद्ध और विकसित बनाने की दिशा में एक सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करेगा।
अपने संदेश के अंत में मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और सफलता की कामना करते हुए कहा कि हम सभी को इन पावन अवसरों पर समाज की भलाई और राष्ट्र की प्रगति के लिए मिलकर कार्य करना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का यह पर्व लोगों के जीवन में नई उमंग और सकारात्मक परिवर्तन लेकर आएगा।