
भागलपुर जिले के नवगछिया पुलिस जिला अंतर्गत इस्माइलपुर थाना क्षेत्र के भिट्ठा गांव में बुधवार की देर रात एक बड़ा हादसा टल गया। जर्जर ग्रामीण सड़क पर हुए इस हादसे ने न सिर्फ सरकारी व्यवस्था की हकीकत सामने ला दी, बल्कि यह भी दिखाया कि ग्रामीणों की तत्परता और साहस किस तरह कई जिंदगियों को बचा सकता है।
जानकारी के मुताबिक, भिट्ठा गांव से नवगछिया की ओर जा रही एम्बुलेंस में बाइक दुर्घटना के घायल युवक को लेकर जेएलएनएमसीएच भागलपुर ले जाया जा रहा था। रास्ते में एम्बुलेंस सड़क पर बने गहरे गड्ढे में फंस गई और अचानक अनियंत्रित होकर पलट गई। पलटते ही वाहन में शॉर्ट सर्किट हुआ और देखते ही देखते एम्बुलेंस धधकती आग की लपटों में घिर गई। कुछ ही मिनटों में वाहन पूरी तरह जलकर राख हो गया।
मौके पर हालात अफरातफरी भरे थे। एम्बुलेंस में फंसे चालक और घायल युवकों की स्थिति गंभीर हो गई थी। ऐसे वक्त में वहां मौजूद ग्रामीणों ने अदम्य साहस दिखाते हुए जलती हुई गाड़ी से सभी को बाहर निकाल लिया। ग्रामीणों की त्वरित कार्रवाई से एक बड़ा जनहानि का खतरा टल गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन तब तक एम्बुलेंस राख में तब्दील हो चुकी थी।
इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण सड़कों की बदहाली को उजागर कर दिया है। भिट्ठा गांव से नवगछिया को जोड़ने वाली यह सड़क लंबे समय से जर्जर है। लोगों का कहना है कि आए दिन इन टूटी-फूटी सड़कों और गड्ढों की वजह से हादसे हो रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनावी मौसम आते ही विकास के वादे तो किए जाते हैं, लेकिन गांव की सड़कें अब भी मौत का सबब बनी हुई हैं।
ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि इस सड़क की तत्काल मरम्मत कराई जाए ताकि भविष्य में ऐसे हादसे दोबारा न हों। उनका कहना है कि अगर उस रात ग्रामीण साहस नहीं दिखाते तो यह हादसा कई परिवारों के लिए असहनीय त्रासदी साबित हो सकता था।