
राजगीर:;बिहार के खेल मानचित्र पर एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जा रहा है। ऐतिहासिक नगरी राजगीर के अंतरराष्ट्रीय रग्बी मैदान में 9 और 10 अगस्त को एशिया रग्बी अंडर-20 सेवेन्स चैम्पियनशिप 2025 का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें एशिया के नौ देशों की सर्वश्रेष्ठ पुरुष और महिला रग्बी टीमें हिस्सा लेंगी।
चैम्पियनशिप में कुल 192 खिलाड़ी (पुरुष व महिला), 32 प्रशिक्षक और 50 तकनीकी पदाधिकारी भाग ले रहे हैं। दो दिवसीय इस आयोजन में कुल 40 मुकाबले खेले जाएंगे।
राज्य के खेल मंत्री सुरेन्द्र मेहता इस प्रतिष्ठित आयोजन का उद्घाटन करेंगे जबकि मुख्य अतिथि के रूप में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार शामिल होंगे। रग्बी इंडिया के अध्यक्ष व पूर्व अभिनेता राहुल बोस, पुरुष टीम के कप्तान सुमित कुमार रॉय और महिला टीम की कप्तान भूमिका शुक्ल भी प्रेस वार्ता में उपस्थित रहे।
बिहार के खिलाड़ियों का जलवा
इस प्रतियोगिता में भारत की पुरुष अंडर-20 टीम में बिहार के गोल्डन कुमार और सागर प्रकाश को शामिल किया गया है, जबकि महिला टीम में राज्य की चार बेटियां – आरती कुमारी, अंशु कुमारी, अल्पना कुमारी और गुड़िया कुमारी – भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।
भाग ले रहे देश
पुरुष वर्ग में भारत, चीन, हांगकांग, यूएई, उज्बेकिस्तान, कजाकिस्तान, श्रीलंका और मलेशिया जैसी टीमें शामिल हैं। वहीं महिला वर्ग में नेपाल समेत इन देशों की महिला टीमें एशियाई खिताब के लिए मुकाबला करेंगी।
राजगीर बना अंतरराष्ट्रीय खेल केंद्र
खेल विभाग के अपर मुख्य सचिव बी. राजेंदर ने बताया कि विदेशी टीमों के राजगीर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो चुका है। चीन की पुरुष व महिला टीमें सबसे पहले पहुंचीं, जिनका स्वागत पारंपरिक बिहार शैली में पटना हवाई अड्डे पर किया गया।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि आगामी 29 अगस्त से राजगीर में ही हीरो कप एशियन हॉकी चैम्पियनशिप का भी आयोजन होगा, जिसमें एशिया की आठ सर्वश्रेष्ठ हॉकी टीमें भाग लेंगी।
भारतीय टीम की मजबूत तैयारी
रग्बी इंडिया के अध्यक्ष राहुल बोस ने बताया कि भारतीय पुरुष और महिला टीमों की तैयारी कोलकाता में आयोजित एक माह के विशेष प्रशिक्षण शिविर में हुई है। पुरुष टीम के कोच स्पेन के फ्रांसिसको हरनांडेज़ और महिला टीम की कोच दक्षिण अफ्रीका की कियानो फोरी हैं, जो विश्वस्तरीय अनुभव के साथ टीमों का मार्गदर्शन कर रहे हैं।
राजगीर में आयोजित हो रही यह प्रतियोगिता न केवल बिहार बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का क्षण है, जो राज्य की खेल क्षमताओं और अंतरराष्ट्रीय आयोजन की तैयारी को प्रमाणित करता है।