
Bhagalpur News: जिले में जन-वितरण प्रणाली से जुड़े सभी राशन कार्ड धारक परिवारों को अब जीविका स्वयं सहायता समूहों से जोड़ा जाएगा। इस दिशा में जिला प्रशासन और जीविका द्वारा एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत प्रत्येक परिवार का सर्वे कर उन्हें समूह से जोड़ने की पहल की जा रही है।
घर-घर सर्वे, हर महिला को समूह से जोड़ने का लक्ष्य
जिला परियोजना प्रबंधक सुनिर्मल गरेन ने जानकारी दी कि भागलपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 5,32,630 परिवार राशन योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। इन सभी परिवारों का सर्वे स्थानीय ग्राम संगठन, सामुदायिक संसाधन सेवियों एवं जीविका मित्रों के माध्यम से किया जा रहा है।
सर्वे के आधार पर जिन परिवारों की महिलाएं अभी तक किसी समूह से नहीं जुड़ी हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर जीविका समूह से जोड़ा जाएगा। वर्तमान में जिले में 3,39,650 परिवार जीविका समूहों से पहले ही जुड़ चुके हैं।
सरकारी योजनाओं से जोड़ने की पहल
जीविका समूहों से जुड़ने वाले परिवारों को केंद्र एवं राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने की भी रणनीति बनाई गई है। इनमें प्रमुख रूप से आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना तथा अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाएं शामिल हैं।
विशेष अभियान के अंतर्गत, बीते चार दिनों में आयुष्मान कार्ड निर्माण के लिए बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया गया। जीविका दीदियों को न केवल कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित किया गया, बल्कि उन्हें ऑनलाइन आयुष्मान कार्ड बनाने का प्रशिक्षण भी दिया गया है, ताकि वे घर-घर जाकर यह कार्य कर सकें।
नए समूहों का गठन, महादलित टोले पर विशेष ध्यान
इस अभियान के अंतर्गत पिछले एक महीने में 414 नए स्वयं सहायता समूहों का गठन कर 5,560 परिवारों को समूह से जोड़ा गया है। इसके साथ-साथ महादलित टोलों में विशेष अभियान चलाकर 953 परिवारों को जीविका समूहों से जोड़ा गया।
महिलाओं का सशक्तिकरण — आत्मनिर्भरता की ओर कदम
सामुदायिक संगठनों के निर्माण और जीविका समूहों की स्थापना से बिहार की महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। सरकार द्वारा महिलाओं को रोजगार के अवसर, प्रशिक्षण, और स्व-रोजगार हेतु सहायता प्रदान की जा रही है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।
यह अभियान भागलपुर के ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सामाजिक समावेशन, सशक्तिकरण और सुधारित जीवनशैली की दिशा में एक मजबूत कदम है।