राष्ट्रीय
सोशल मीडिया शायरी: नोटिफिकेशन से भी ज्यादा मायने रखने वाले रिश्ते

“रिश्ते महज नोटिफिकेशन बनकर रह जाते हैं। ऑनलाइन होने पर दोस्तों की संख्या बढ़ जाती है। लॉग आउट होकर देखिए, आप कितने अकेले होंगे?”
मेरे पास चलती हुई “कहानियों” के अनेक जवाब हैं, लेकिन जब बात आती है खत्म हुए “क़िस्सों” की, तो मैं उनकी ख़ामोशी को बेहतर मानता हूँ।
चेहरे पर मुस्कान लाने से गम भुला दें शब्दों को कम पर सब कुछ बता दें खुद नाराज़ न हो, दूसरों को हंसा दो जीवन का यह रहस्य है जीवन का अर्थ सीखने और जीने का तरीका सिखाएं
“सत्य कहने के लिए, कोई शपथ नहीं चाहिए। नदियों को बहाने के लिए, कोई राह नहीं चाहिए। जो समय के साथ बढ़ते हैं, उनके इरादों में विश्वास रखते हुए, वे अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए, किसी गाड़ी की ज़रूरत नहीं होती।”