
भागलपुर: सावन का महीना शिवभक्ति और आस्था का प्रतीक माना जाता है, और उसकी तीसरी सोमवारी को भागलपुर में भक्तिभाव अपने चरम पर दिखाई दिया। सोमवार की सुबह से ही बुढ़ानाथ मंदिर, शिवशक्ति मंदिर और शहर के अन्य प्रमुख शिवालयों में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखी गईं।
भोलेनाथ की आराधना में डूबे हजारों श्रद्धालुओं ने गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक किया और हर-हर महादेव व बोल बम के जयकारों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
सुबह से लगी रही कतारें
तीसरी सोमवारी के अवसर पर सैकड़ों की संख्या में पुरुष, महिलाएं, बच्चे और युवा गंगाजल लेकर मंदिरों की ओर रवाना हुए। बुढ़ानाथ मंदिर में तड़के 4 बजे से ही भक्तों की लाइन लगनी शुरू हो गई थी, जो देर शाम तक जारी रही। शिवशक्ति मंदिर में भी दर्शनार्थियों की भीड़ दिनभर बनी रही।
श्रद्धा और व्यवस्था—दोनों का संगम
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर समिति और जिला प्रशासन ने समुचित व्यवस्था की थी।
- सुरक्षा बलों की तैनाती
- बैरिकेडिंग और लाइन नियंत्रण
- पेयजल, प्राथमिक चिकित्सा और मार्गदर्शन केंद्र
इन सभी व्यवस्थाओं से भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसका विशेष ध्यान रखा गया।
सोमवारी बना जन आस्था का पर्व
सावन की यह सोमवारी केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि जन आस्था का एक जीवंत चित्र बनकर उभरी। श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर जल चढ़ाते हुए अपने परिवार की सुख-समृद्धि, रोगमुक्ति और कल्याण की प्रार्थना की। कई श्रद्धालुओं ने उपवास रखकर पूरे नियम और विधि-विधान से पूजा-अर्चना की।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सेवाभावियों की उपस्थिति
इस अवसर पर कई जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों और स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी मंदिर परिसर में सेवा कार्य किए — श्रद्धालुओं को जल, फल और आवश्यक सहयोग प्रदान किया।