
भागलपुर: श्रावण महीने की अंतिम सोमवारी पर भागलपुर में श्रद्धा और भक्ति का अभूतपूर्व नजारा देखने को मिला। गंगा घाटों से जल भरकर हजारों की संख्या में कांवड़िए ‘बोल बम’ के जयघोष के साथ बाबा बासुकीनाथ धाम की ओर रवाना हुए। वातावरण शिवमय हो गया — डमरू की ध्वनि, हर-हर महादेव के नारों और भक्ति भाव से पूरा इलाका गूंज उठा।
गंगा घाट से लेकर जगदीशपुर तक शिवभक्तों की सेवा में सैकड़ों सेवा शिविर लगाए गए हैं। इन शिविरों में शीतल जल, नींबू पानी, फल और फलाहार की व्यवस्था की गई थी। शिविरों के संचालन में सामाजिक संगठन, धार्मिक संस्थाएँ और स्थानीय लोग पूरी आस्था और समर्पण के साथ जुड़े रहे।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने भी पूरी तत्परता दिखाई। ट्रैफिक कंट्रोल, मेडिकल इमरजेंसी, रूट डायवर्जन और निगरानी के लिए जगह-जगह पुलिस बल और स्वास्थ्य विभाग की टीमें तैनात रहीं। सड़कों पर सुगम यातायात के लिए विशेष प्लानिंग की गई, जिससे श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो।
मनाली चौक पर लोजपा (रामविलास) के प्रदेश सचिव विजय यादव ने सेवा शिविर में स्वयं भाग लेते हुए कांवड़ियों को जल और फल वितरित किए। उन्होंने कहा, “बाबा की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है, और कांवड़ियों की सेवा करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।”
इस विशेष दिन ने न सिर्फ धार्मिक आस्था को बल दिया, बल्कि समाज में सहयोग, सेवा और समर्पण की भावना को भी मजबूती से प्रस्तुत किया।