
रिपोर्ट – रवि शंकर सिन्हा, भागलपुर (बिहार) : भागलपुर के बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर में 21 दिनों तक देश के 11 राज्यों के वैज्ञानिक आईसीटी के गुर सीखेंगे और अपने राज्यों में जाकर अमल में भी लाएंगे। आईसीएआर पोषित करियर एडवांसमेंट फैकल्टी ट्रेनिंग की शुरुआत बुधवार को बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. डी. आर. सिंह, भागलपुर ट्रिपल आईटी के निदेशक प्रोफेसर अरविन्द चौबे, बीसा के वरीय वैज्ञानिक डॉ. आर. के. जाट एवं प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. आर. के. सोहाने ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित कर किया।
प्रशिक्षण के दौरान “कृषि विस्तार के लिए आईसीटी आधारित समाधान और न्यू नॉर्मल में मार्केट लिंकेज’’ विषय पर बोलते हुए कुलपति ने कहा कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय आईसीटी के माध्यम से कृषि प्रसार के क्षेत्र में देश भर के कृषि विश्वविद्यालयों में अग्रणी रहा है, और आईसीटी के माध्यम से वैज्ञानिकों को छोटे एवं मझोले किसानों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए काम करना होगा।
वहीं प्रोo अरविन्द चौबे ने बीएयू से हुए MOU की चर्चा करते हुए किसानों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से स्मार्ट ऐप्प के विकास के बारे में विस्तार से चर्चा की। प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ आर० के० सोहाने ने कहा कि 19 फरवरी तक देश के 11 राज्यों के वैज्ञानिक बिहार कृषि विश्वविद्यालय के आईसीटी के मॉडल जैसे सामुदायिक रेडियो स्टेशन, डिजिटल स्टोरी टेलिंग, और कृषि प्रसार के लिए सोशल मीडिया के हो रहे प्रयोग को समझेंगे और अपने-अपने विश्वविद्यालय में जाकर अमल में लाएंगे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सी. के. पांडा और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. आदित्य सिन्हा ने किया। मौके पर विश्वविद्यालय के सभी निदेशक, अधिष्ठाता, कुलसचिव और जनसंपर्क अधिकारी डॉ. राजेश कुमार मौजूद रहे।