
भागलपुर, 14 सितम्बर: भागलपुर जिले के पीरपैंती में बनने वाले थर्मल पावर प्लांट का शिलान्यास अब तय हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 सितम्बर को पूर्णिया से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस मेगा प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे। इसे लेकर प्रशासनिक स्तर पर जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं।
जिलास्तरीय अधिकारी लगातार शिलान्यास स्थल का निरीक्षण कर रहे हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने कार्यक्रम स्थल पर हो रही तैयारियों का जायजा लिया। बताया जा रहा है कि इस मौके पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और आम जनता के जुटने की संभावना है। इसके लिए जर्मन हैंगर पंडाल तैयार किया जा रहा है ताकि कार्यक्रम के दौरान लोगों को किसी तरह की असुविधा न हो।
जानकारी के अनुसार इस शिलान्यास कार्यक्रम में न सिर्फ बिहार बल्कि झारखंड और बंगाल से भी कार्यकर्ता शामिल होंगे। प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था और यातायात प्रबंधन को लेकर भी विशेष निर्देश जारी किए हैं। जिला प्रशासन का कहना है कि यह आयोजन ऐतिहासिक होने वाला है, क्योंकि इस परियोजना से पूरे क्षेत्र के ऊर्जा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव की उम्मीद की जा रही है।
यह थर्मल पावर प्लांट अदानी पावर लिमिटेड के सहयोग से बनाया जा रहा है। माना जा रहा है कि प्लांट के शुरू होने के बाद बिहार और आसपास के राज्यों में बिजली आपूर्ति की स्थिति काफी हद तक बेहतर होगी। इसके अलावा, यह प्रोजेक्ट क्षेत्रीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी खोलेगा। स्थानीय युवाओं और तकनीकी विशेषज्ञों के लिए यह परियोजना रोजगार का बड़ा साधन साबित हो सकती है।
शिलान्यास से पहले प्रशासन ने स्थल पर स्वच्छता, मंच व्यवस्था, जनसुविधा और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कार्यक्रम को सफल और सुव्यवस्थित बनाने के लिए सभी विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पीरपैंती में थर्मल पावर प्लांट का निर्माण न सिर्फ भागलपुर बल्कि पूरे सीमांचल और संपूर्ण बिहार के लिए विकास की नई राह खोलेगा। प्रधानमंत्री मोदी का यह शिलान्यास कार्यक्रम ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।