
Sultanganj News: विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेला 2025 की शुरुआत से पहले भागलपुर जिला प्रशासन युद्धस्तर पर तैयारियों में जुट गया है। 11 जुलाई से प्रारंभ हो रहे इस धार्मिक आयोजन की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के लिए जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी आज स्वयं सुल्तानगंज पहुंचे। उन्होंने नमामि गंगे घाट, अजगैविनाथ गंगा घाट और पार्किंग स्थलों का स्थलीय निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस बार श्रावणी मेला एक नए रूप में दिखाई देगा और कांवरियों के लिए बेहतर से बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को सावन आरंभ होने से पहले सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण में शामिल प्रमुख जनप्रतिनिधि और अधिकारी:
- स्थानीय विधायक प्रो. ललित नारायण मंडल
- नगर परिषद अध्यक्ष राजकुमार गुड्डु
- उपाध्यक्ष नीलम देवी
- डीडीसी, एसडीएम, सीटी एसपी, डीएसपी
- तीन थाना क्षेत्रों के थानाध्यक्ष
- सीओ, बीडीओ, विद्युत विभाग के एसडीओ और जेई
- पीएचईडी विभाग के अधिकारी
- नगर परिषद के वार्ड पार्षद
- विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि
जिलाधिकारी का बयान:
मीडिया से बातचीत में डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने कहा,
“अजगैविनाथ धाम और श्रावणी मेला इस बार बिल्कुल नए स्वरूप में दिखेगा। कांवरियों के लिए समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इस बार रैन सेंटर की संख्या और गुणवत्ता में व्यापक सुधार किया गया है, और सभी व्यवस्थाएं सावन शुरू होने से पहले पूर्ण कर ली जाएंगी।”
उन्होंने कहा कि जर्जर सड़कों की मरम्मत का कार्य तेज़ी से चल रहा है और कांवरियों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने दी जाएगी।
प्रमुख तैयारियां:
- घाटों की समुचित सफाई और बैरिकेडिंग
- सभी मुख्य मार्गों और कांवरिया पथ की मरम्मत
- व्यापक रैन सेंटर और अस्थायी आवासीय सुविधा
- पेयजल, मोबाइल टॉयलेट, चिकित्सा शिविर और विद्युत आपूर्ति की पूर्ण व्यवस्था
- यातायात और पार्किंग के लिए स्पष्ट योजना
- सीसीटीवी और कंट्रोल रूम के माध्यम से निगरानी व्यवस्था
स्थानीय जनप्रतिनिधियों की पहल:
निरीक्षण के दौरान जनप्रतिनिधियों ने कांवरिया पथ व घाट की समस्याओं को उठाया। डीएम ने आश्वस्त किया कि प्रशासन हर पहलू पर गंभीरता से काम कर रहा है और सभी समस्याओं का समाधान समय पर कर लिया जाएगा।
धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व:
श्रावणी मेला बिहार का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जिसमें देशभर से लाखों श्रद्धालु सुल्तानगंज पहुंचकर गंगाजल लेकर देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम की ओर कांवर यात्रा प्रारंभ करते हैं। प्रशासन की कोशिश है कि इस बार श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और यह मेला पूरी तरह सुरक्षित, स्वच्छ और सुव्यवस्थित रहे।