
अगस्त तक होगा शिलान्यास, सीतामढ़ी को मिलेगा धार्मिक पर्यटन का नया केंद्र
मां जानकी की जन्मस्थली पुनौराधाम, सीतामढ़ी के समग्र विकास को लेकर बिहार सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को घोषणा की कि राज्य मंत्रिपरिषद ने इस महत्वाकांक्षी योजना को स्वीकृति दे दी है। कुल 882.87 करोड़ रुपये की इस योजना के अंतर्गत भव्य जानकी मंदिर समेत कई धार्मिक और सांस्कृतिक संरचनाएं बनाई जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि यह परियोजना धार्मिक आस्था के साथ-साथ पर्यटन और स्थानीय विकास की दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अगस्त 2025 तक शिलान्यास की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।
प्रमुख विशेषताएं:
- जानकी माता के भव्य मंदिर का निर्माण
- परिसर में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्रों की स्थापना
- तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाजनक आवास, पथ-प्रदर्शन एवं सुरक्षा इंतजाम
- अयोध्या की तर्ज पर समग्र धार्मिक और सांस्कृतिक विकास
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम मां जानकी की जन्मभूमि को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक गौरवशाली धार्मिक केंद्र बनाना चाहते हैं। यह हर बिहारवासी के लिए गर्व की बात है।”
पुनौराधाम पहले से ही लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र रहा है। अब इसके विस्तृत विकास से न सिर्फ इसकी धार्मिक महत्ता बढ़ेगी बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार और क्षेत्रीय विकास का लाभ भी मिलेगा।
पुनौराधाम परियोजना – बिहार की सांस्कृतिक अस्मिता का नया अध्याय
इस परियोजना के जरिए बिहार सरकार ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि राज्य की सांस्कृतिक विरासत और धार्मिक स्थलों के संवर्धन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।