
सुल्तानगंज: विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले का आठवां दिन भी अजगैबीनाथ धाम, सुल्तानगंज में श्रद्धा और आस्था के रंग में डूबा रहा। शुक्रवार को छत्तीसगढ़ से आए सैकड़ों कांवरिए परिवार सहित बाबा धाम (देवघर) की ओर रवाना हुए। भक्तों ने पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा से जल भरकर ‘बोल बम’ के जयकारों के साथ अपनी कांवड़ यात्रा की शुरुआत की।
कांवरियों ने भावुक होकर बताया कि
“बाबा भोलेनाथ का बुलावा आया है, इसलिए परिवार सहित सैकड़ों किलोमीटर दूर से यहां तक पहुंचे हैं।”
श्रद्धा का उत्सव, सेवा की व्यवस्था:
- अजगैबीनाथ मंदिर परिसर और गंगा घाट पर सुबह से ही रौनक बनी रही।
- श्रद्धालुओं के चेहरों पर गहरी आस्था और उल्लास साफ झलक रहा था।
- कांवर लेकर पैदल यात्रा पर निकले भक्त हर हर महादेव और बोल बम के नारे लगाते हुए आगे बढ़े।
प्रशासनिक व्यवस्था चाक-चौबंद:
श्रावणी मेले में उमड़ती भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य केंद्र, जलपान स्टॉल, शौचालय, और सफाई व्यवस्था के पुख्ता इंतज़ाम किए हैं। पूरे मेला क्षेत्र में स्वच्छता और सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए हैं।
श्रावणी मेला का महत्व:
श्रावण मास में हर दिन लाखों श्रद्धालु देश के कोने-कोने से सुल्तानगंज पहुंचते हैं। यहां से जल लेकर बाबा बैद्यनाथ धाम, देवघर तक की 105 किलोमीटर की पवित्र कांवड़ यात्रा की जाती है। यह यात्रा भक्ति, साहस और समर्पण का अनुपम उदाहरण है।