
Patna News: श्रीराम कर्मभूमि न्यास के संस्थापक एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री आदरणीय अश्विनी कुमार चौबे जी के संरक्षण में “विराट विश्व सनातन संस्कृति महाकुंभ” का आयोजन पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में होने जा रहा है। यह आयोजन भगवान परशुराम जन्मोत्सव के समापन अवसर पर धार्मिक, सांस्कृतिक और वैचारिक जागरण का अद्वितीय संगम होगा।
धार्मिक नेतृत्व की मौजूदगी
इस महाकुंभ की अध्यक्षता जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज करेंगे। उनके साथ देशभर से पधारने वाले महान संत, महामंडलेश्वर, कथा वाचक और विचारक इस आयोजन को आध्यात्मिक ऊँचाइयों तक पहुँचाएंगे।
आयोजन पूर्व समीक्षा बैठक संपन्न
इस्कॉन मंदिर सभागार, पटना में आयोजन पूर्व बैठक आयोजित हुई, जिसका संचालन डॉ. अर्जित शाश्वत चौबे ने किया। बैठक में जानकारी दी गई कि “सनातन संघ भारत जन चेतना अभियान” के तहत पूरे देश में संपर्क अभियान चलाया गया और लाखों श्रद्धालुओं को जोड़कर इस विराट आयोजन की नींव रखी गई।
कार्यक्रम के प्रमुख उद्देश्य
इस महाकुंभ में भगवान परशुराम के आदर्शों के साथ छह प्रमुख संकल्पों को राष्ट्र और समाज के पुनर्निर्माण हेतु प्रस्तुत किया जाएगा:
- सनातन संस्कृति का पुनर्जागरण
- समरस और समावेशी समाज का निर्माण
- युवा पीढ़ी में शौर्य, पराक्रम और जीवन मूल्यों का संचार
- न्यायप्रिय राष्ट्र निर्माण हेतु प्रेरणा
- भ्रष्टाचार, आतंकवाद, अत्याचार के विरुद्ध सनातनी चेतना का उदय
- पुजारियों व मठ-मंदिर व्यवस्थाओं को सम्मान और सहयोग
बैठक में मौजूद प्रमुख प्रतिनिधि
बैठक में राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय विभिन्न सनातनी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे, जिनमें शामिल हैं:
- आदर्श ब्राह्मण फाउंडेशन (मुंबई): आशुतोष उपाध्याय
- अखिल विश्व कल्याणम: मृत्युंजय झा
- ब्राह्मण महासभा एवं परशुराम सेवा संघ: जितेन्द्र मिश्रा
- चाणक्य विकास मोर्चा: ब्रजेश मिश्रा
- भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच: सुनीता देवी, अनुराधा चौधरी
- अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा: गोपाल सिंह
- वशिष्ठ मंच: सिद्धनाथ तिवारी
- ब्राह्मण सेना, विप्र विकास समिति, प्रज्ञा समिति, हिन्दू जागरण मंच आदि के वरिष्ठ प्रतिनिधिगण
मीडिया प्रभारी: मनीष तिवारी
आयोजन संयोजन: डॉ. अर्जित शाश्वत चौबे, संजय चौधरी
न्यास अध्यक्ष: कृष्णकांत ओझा
महामंत्री: अभिजीत कश्यप
सामूहिक आह्वान
बैठक में सर्वसम्मति से संकल्प लिया गया कि 6 जुलाई 2025 को गांधी मैदान पटना में आयोजित यह विराट महाकुंभ, सनातन संस्कृति की एक नई जागृति का आरंभ बनेगा। प्रत्येक गांव, प्रखंड, जिला से श्रद्धालु इस आयोजन में भाग लेंगे और सनातन समरस समाज के नव निर्माण का शंखनाद करेंगे।