
Bihar News: भागलपुर जिले के नारायणपुर प्रखंड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) नारायणपुर में उस वक्त सभी स्वास्थ्यकर्मी चौंक गए जब एक वृद्ध महिला अपनी बकरी को गोद में लेकर इलाज के लिए अस्पताल पहुंच गई।
यह घटना जितनी मासूमियत से भरी, उतनी ही समाज के ग्रामीण जीवन की संवेदनशीलता को दर्शाने वाली है।
बकरी को काटा था कुत्ते ने, पहुंच गई मानव अस्पताल
मामला नारायणपुर गांव की निवासी मदीना खातून, पत्नी स्वर्गीय अलाउद्दीन का है। मदीना खातून की बकरी को एक आवारा कुत्ते ने काट लिया था। वे तुरंत बकरी को लेकर पास के मानव अस्पताल (CHC नारायणपुर) पहुंच गईं ताकि उसे डॉग बाइट का इंजेक्शन दिलाया जा सके।
जैसे ही वह अस्पताल पहुंचीं और बकरी का इलाज करने का आग्रह किया, वहां मौजूद डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी हैरान रह गए। उन्होंने महिला को समझाया कि पशुओं का इलाज वेटनरी (पशु) अस्पताल में होता है, न कि मानव अस्पताल में।
मासूमियत ने जीता दिल
स्वास्थ्यकर्मियों की बात सुनकर मदीना खातून थोड़ी मायूस हुईं लेकिन फिर मासूमियत से पशु अस्पताल का पता पूछने लगीं। इस पूरे घटनाक्रम ने वहां मौजूद लोगों को भावुक कर दिया। यह एक ऐसा उदाहरण है जो ग्रामीण लोगों की पशुओं के प्रति संवेदनशीलता और अपनापन को दर्शाता है।
पशु अस्पताल में नहीं उपलब्ध दवा
इस बीच, पशु चिकित्सक डॉ. रुस्तम कुमार रोशन ने जानकारी दी कि फिलहाल उनके अस्पताल में एंटी डॉग रेबीज वैक्सीन उपलब्ध नहीं है, और इस बाबत राज्य मुख्यालय को सूचना भेजी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।