
Bhagalpur News: गंगा दशहरा के पावन अवसर पर सुल्तानगंज स्थित ऐतिहासिक अजगैविनाथ धाम में श्रद्धा और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। बिहार और झारखंड सहित अन्य राज्यों से आए लाखों शिवभक्तों ने उत्तरवाहिनी गंगा में आस्था की डुबकी लगाई और मां गंगा की विधिवत पूजा-अर्चना कर बाबा भोलेनाथ को गंगाजल अर्पित किया।
श्रद्धालुओं ने इस अवसर पर आम का फल एवं अन्य पूजन सामग्री चढ़ाकर सुख, शांति और मोक्ष की कामना की। मान्यता है कि गंगा दशहरा के दिन गंगा का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था, और इस दिन गंगा में स्नान करने से दस प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है। इसी मान्यता को जीवंत करने के लिए श्रद्धालु हर वर्ष बड़ी संख्या में अजगैविनाथ पहुंचते हैं।
सुरक्षा एवं व्यवस्था की रही चाक-चौबंद तैयारी
गंगा दशहरा को लेकर प्रशासन ने भी पुख्ता इंतजाम किए।
- थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार की अगुवाई में गंगा घाट से लेकर नगर क्षेत्र तक सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए।
- महिला पुलिस बल, सैफ जवानों एवं अन्य सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई।
- सीओ रवि कुमार ने एनडीआरएफ की टीम और नावों की व्यवस्था सुनिश्चित की, ताकि जलसुरक्षा बनी रहे।
- नगर परिषद सुल्तानगंज की ओर से गंगा घाट और पूरे नगर में सफाई अभियान युद्ध स्तर पर चलाया गया, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
महिलाओं की भी रही भारी उपस्थिति
इस अवसर पर महिलाओं की भारी भीड़ देखी गई, जो परंपरागत वेशभूषा में गंगा स्नान कर पूजा-पाठ में लीन थीं। भक्तिमय माहौल और हर-हर गंगे, जय जय शिव शंकर के जयघोष से पूरा वातावरण गुंजायमान रहा।
गंगा दशहरा पर सुल्तानगंज का अजगैविनाथ धाम एक बार फिर श्रद्धा, आस्था और भक्ति का प्रमुख केंद्र बन गया। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि सामाजिक एकता और समरसता का भी संदेश देता रहा।