
भागलपुर: श्रावण मास की पहली सोमवारी को लेकर सुल्तानगंज स्थित अजगैबीनाथ धाम में श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। रविवार को लाखों डाक कांवरियों ने उत्तरवाहिनी गंगा में आस्था की डुबकी लगाई और गंगा जल लेकर “बोल बम”, “हर हर महादेव” के जयकारों के साथ बैद्यनाथ धाम देवघर की 105 किलोमीटर लंबी पैदल डाक यात्रा पर रवाना हो गए।
सुल्तानगंज के गंगा घाट पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। डाक कांवरियों ने 24 घंटे के भीतर देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम पहुंचकर जलार्पण की संकल्प के साथ अपनी यात्रा प्रारंभ की। यह यात्रा केवल भक्ति नहीं, बल्कि अनुशासन, समर्पण और मनोकामनाओं की पूर्ति का प्रतीक भी है।
सुरक्षा और व्यवस्था का विशेष ध्यान:
श्रावणी मेले को लेकर जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा और व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
- गंगा घाट से लेकर पूरे कांवरिया पथ तक पुलिस बल, महिला पुलिस, और सैफ के जवानों की तैनाती की गई है।
- नगर परिषद द्वारा साफ-सफाई, नावों की व्यवस्था और प्रकाश की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
- एसडीआरएफ की टीमों को गंगा घाट पर तैनात किया गया है ताकि किसी भी आपदा या आपात स्थिति से तत्काल निपटा जा सके।
सांस्कृतिक और धार्मिक ऊर्जा:
अजगैबीनाथ धाम का वातावरण “हर हर महादेव” और “बोल बम” के गगनभेदी नारों से गूंज रहा था। कांवड़ यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह सामाजिक समरसता, सेवा और अनुशासन का प्रतीक भी बन चुकी है।
श्रावणी मेले की यह पहली सोमवारी श्रद्धालुओं के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव लेकर आई, जिसमें गंगा स्नान, कांवड़ यात्रा और भोलेनाथ की आराधना के साथ आस्था और विश्वास का अद्भुत संगम देखने को मिला।