
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय एवं प्रशासन सेवा प्रभाग के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को समीक्षा भवन सभागार में एक विशेष मेडिटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य कर्मयोग और सुशासन को प्रशासनिक कार्य संस्कृति में समाहित करना रहा।
कार्यक्रम में जिला मुख्यालय के विभिन्न विभागों के पदाधिकारी और कर्मी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। प्रतिभागियों ने ध्यान और आत्मचिंतन के माध्यम से मानसिक शांति, सकारात्मक ऊर्जा और कार्यक्षमता में सुधार लाने के अनुभव साझा किए।
ब्रह्माकुमारी संस्थान के प्रतिनिधियों ने अपने वक्तव्य में बताया कि कर्मयोग को प्रशासनिक जीवन में अपनाने से न केवल निर्णय लेने की क्षमता में सुधार होता है, बल्कि कार्य के प्रति निष्ठा और सेवा भावना भी विकसित होती है। उन्होंने नियमित मेडिटेशन को मानसिक संतुलन, तनाव प्रबंधन और बेहतर शासन व्यवस्था के लिए अत्यंत आवश्यक बताया।
कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को आत्मिक उन्नति, आत्म-जागरूकता और जनसेवा के भाव से कार्य करने का संकल्प भी दिलाया गया। आयोजन ने सरकारी कार्यसंस्कृति में सकारात्मक परिवर्तन और आंतरिक विकास के महत्व को रेखांकित किया।
यह कार्यक्रम प्रशासनिक अधिकारियों के लिए एक प्रेरणादायक पहल के रूप में देखा जा रहा है, जो कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य और नैतिक मूल्यों को सुदृढ़ करने की दिशा में एक सार्थक कदम है।