
कोलकाता/जमालपुर: पूर्व रेलवे ने अपने स्वामित्व वाले आवासीय परिसरों को अवैध कब्जों से मुक्त कराने के लिए सख्त पहल शुरू की है। इस क्रम में जमालपुर स्थित रामपुर रेलवे कॉलोनी को अतिक्रमण से मुक्त करने के लिए एक नया बेदखली अभियान 04 जुलाई 2025 से आरंभ किया गया है।
रेलवे प्रशासन के अनुसार, रामपुर रेलवे कॉलोनी में कुल 815 क्वार्टर हैं, जिनमें से कई क्वार्टरों पर अनधिकृत कब्जेदारों ने वर्षों से अवैध रूप से डेरा जमा रखा है। इन व्यक्तियों को समय-समय पर विभाग द्वारा नोटिस जारी कर चेतावनी दी गई, लेकिन सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर यह कठोर कदम उठाया गया है।
पूर्व में भी चल चुके हैं अभियान
रामपुर रेलवे कॉलोनी में वर्ष 2024 में दो बार बेदखली अभियान चलाया गया था। इसके बावजूद अवैध कब्जेदारों का रवैया उदासीन बना रहा। इसलिए इस बार वर्कशॉप प्रशासन द्वारा कड़ी निगरानी और कानूनी प्रक्रिया के तहत अभियान को क्रियान्वित किया जा रहा है।
बिजली चोरी रोकने को उठाए जा रहे तकनीकी कदम
अवैध विद्युत उपभोग को नियंत्रित करने के उद्देश्य से एरियल बंच केबल्स (ABC) लगाए जा रहे हैं। यह तकनीक ऐसे कनेक्शनों को कठिन बना देती है, जिससे बिजली चोरी की घटनाओं में कमी आने की संभावना है।
खाली और जर्जर क्वार्टर्स को ध्वस्त करने की प्रक्रिया भी शुरू
रेलवे के अनुसार, कुछ क्वार्टर लंबे समय से खाली और जर्जर अवस्था में हैं, जिन्हें रहने योग्य नहीं पाया गया है। ऐसे क्वार्टर्स को चिन्हित कर निष्कासन एवं ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू की गई है। वहीं, जो अन्य क्वार्टर रेलवे कर्मचारियों को आवंटित नहीं हुए हैं, उन्हें भी अवैध कब्जों से मुक्त कराने के लिए नोटिस पहले ही जारी किया जा चुका है।
रेलवे की स्पष्ट चेतावनी
रेलवे प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि रेलवे की संपत्ति पर किसी भी प्रकार का अनधिकृत कब्जा स्वीकार नहीं किया जाएगा, और ऐसे तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी रहेगी। इस अभियान का उद्देश्य है कि रेलवे कर्मचारियों को सुरक्षित, वैध और स्वच्छ आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।