
भागलपुर (सुल्तानगंज): विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेला के दुसरे दिन सुल्तानगंज में गंगा स्नान के दौरान दो दर्दनाक हादसे सामने आए। नमामि गंगे घाट पर एक आपदा मित्र जबकि कमरगंज घाट पर एक कांवरिया गंगा में डूब गए। घंटों बीत जाने के बाद भी शवों का पता नहीं चल पाया है, जिससे परिजनों और कांवरियों में आक्रोश व्याप्त है।
नमामि गंगे घाट पर डूबे आपदा मित्र अभय राज, उम्र 23 वर्ष, निवासी शाहाबाद वार्ड संख्या 24, नगर परिषद सुल्तानगंज, को अंचल पदाधिकारी द्वारा घाट पर तैनात किया गया था। अभय के छोटे भाई नीरभय कुमार ने बताया कि सुबह गंगा घाट से सूचना मिली कि उनके भाई डूब गए हैं। घटनास्थल पर पहुंचने पर उन्होंने देखा कि अभय का कपड़ा और चप्पल किनारे पड़े हैं, लेकिन कई घंटे बाद भी खोजबीन शुरू नहीं हो पाई।
उधर, कमरगंज गंगा घाट पर कांवरिया गोविंद गुप्ता (उम्र 19 वर्ष), निवासी थाना धनहा, जिला पश्चिम चंपारण, गंगा स्नान के दौरान डूब गए। उनके पिता नगिलाल गुप्ता ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि काफी समय बीतने के बावजूद गोविंद की तलाश शुरू नहीं हुई है, जिससे नाराज होकर कांवरियों ने सड़क जाम कर दिया।
घटना की सूचना पर सुल्तानगंज विधायक प्रो. ललित नारायण मंडल, पूर्व एमएलसी डॉ. संजीव कुमार पोद्दार एवं सीओ रवि कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से मिलकर सांत्वना दी और अधिकारियों को जल्द से जल्द शवों की खोजबीन का निर्देश दिया।
एसडीआरएफ हवलदार रविन्द्र कुमार पासवान ने बताया कि तलाशी अभियान जारी है, लेकिन गैस सिलेंडर की कमी के कारण अभियान में बाधा आ रही है। सिलेंडर के पटना से पहुंचने के बाद खोजबीन फिर से शुरू की जाएगी।
पूर्व एमएलसी प्रत्याशी डॉ. संजीव कुमार ने घटना पर गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि मेला उद्घाटन के ठीक एक दिन बाद ही इस तरह की घटनाएं सुरक्षा इंतज़ामों की पोल खोलती हैं।
इन दोनों घटनाओं से श्रावणी मेला की व्यवस्थाओं पर सवाल उठने लगे हैं। कांवरियों और स्थानीय लोगों में नाराजगी साफ देखी जा रही है। प्रशासन ने जल्द ही तलाशी तेज करने और आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।