
भागलपुर: भागलपुर कैंप जेल में हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे झाझा निवासी कैदी साबिर मियां उर्फ लुटानिया मियां का निधन हो गया। 23 साल से जेल में बंद साबिर मियां की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें मायागंज अस्पताल लाया गया। लेकिन अस्पताल पहुँचने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी।
जानकारी के अनुसार, साबिर मियां झाझा जिले के रहने वाले थे और हत्या के मामले में उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। जेल प्रशासन ने बताया कि उनकी तबीयत कई दिनों से खराब चल रही थी। सोमवार को स्थिति बिगड़ने पर उन्हें तत्काल इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
साबिर मियां की पत्नी शहनाज खातून ने बताया कि जेल प्रशासन की ओर से उन्हें सूचना दी गई थी कि उनके पति की तबीयत खराब हो गई है। जब वह मायागंज अस्पताल पहुँचीं, तो उन्होंने देखा कि साबिर मियां अब इस दुनिया में नहीं रहे। परिजनों के अनुसार, लंबे समय तक जेल में रहने और लगातार बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण उनकी स्थिति कमजोर होती चली गई थी।
साबिर मियां के पीछे तीन बेटियां और एक बेटा हैं। परिवारजन का कहना है कि बीते कुछ वर्षों से उनकी तबीयत काफी खराब रहती थी, लेकिन जेल के भीतर उन्हें बेहतर इलाज नहीं मिल पाया। वहीं जेल प्रशासन ने इस मामले पर फिलहाल मौत के कारणों की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
इस घटना के बाद परिजनों में गम का माहौल है। वहीं स्थानीय स्तर पर लोग यह चर्चा भी कर रहे हैं कि जेल में कैदियों के स्वास्थ्य की निगरानी और इलाज की व्यवस्था को और बेहतर करने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।