
भागलपुर: झारखंड सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संजय यादव मंगलवार को भागलपुर पहुंचे। सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा कि उनकी जन्मभूमि बिहार है और कर्मभूमि झारखंड, लेकिन दोनों ही राज्य उनके दिल के बेहद करीब हैं।
मंत्री संजय यादव ने कहा कि उन्हें सिर्फ अपनी जाति के लोग ही नहीं, बल्कि अन्य जातियों के लोग भी भरपूर स्नेह और सम्मान देते हैं। इसे उन्होंने आपसी भाईचारे और सामाजिक सौहार्द का जीता-जागता उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि समाज की असली ताकत जात-पात में बंटने से नहीं बल्कि एकजुट होकर आगे बढ़ने में है।
उन्होंने बिहार और झारखंड के साझा इतिहास और सांस्कृतिक एकता पर भी जोर दिया। संजय यादव ने कहा कि दोनों राज्यों के लोगों के बीच रिश्ते भावनात्मक स्तर पर बेहद गहरे हैं। यही वजह है कि जब भी वे बिहार आते हैं, तो यहां की मिट्टी और लोगों से विशेष अपनापन महसूस करते हैं।
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह भी कहा कि सरकार और समाज को मिलकर ऐसे कदम उठाने चाहिए, जिससे सामाजिक सद्भाव और आपसी सहयोग को और मजबूत किया जा सके। जातिगत भेदभाव और विभाजन की राजनीति से समाज को केवल कमजोर किया जा सकता है, जबकि एकता और भाईचारा ही प्रगति का असली मार्ग है।
भागलपुर प्रवास के दौरान स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। मंत्री के इस बयान ने वहां मौजूद लोगों में सकारात्मक ऊर्जा और उत्साह का संचार किया।