
बिहार विधानसभा चुनाव 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में भागलपुर सीट इस बार खास सुर्खियों में है। प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज ने इस हाई-प्रोफाइल सीट से अभय कांत झा को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। घोषणा के बाद से ही सोशल मीडिया पर चर्चाओं का दौर तेज़ हो गया है — लोग पूछ रहे हैं, “कौन हैं अभय कांत झा, और क्यों दें उन्हें वोट?”
अभय कांत झा पेशे से एक वकील हैं और लंबे समय से सामाजिक मुद्दों पर सक्रिय रहे हैं। शिक्षा, बेरोजगारी और शहर के बुनियादी ढांचे से जुड़े सवालों को लेकर वे लगातार जन मंचों और अभियानों में भाग लेते रहे हैं। जन सुराज आंदोलन से जुड़ने के बाद से उन्होंने भागलपुर की स्थानीय समस्याओं को जन-आंदोलन का रूप देने की कोशिश की है। पार्टी के अंदर उन्हें एक ईमानदार और ज़मीनी चेहरा माना जा रहा है।
प्रशांत किशोर ने अभय कांत झा की उम्मीदवारी को “भागलपुर में बदलाव की शुरुआत” बताया है। उनका कहना है कि जनता अब जात-पात और पुरानी राजनीति से आगे बढ़कर विकास और पारदर्शिता चाहती है।
वहीं राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अभय कांत झा की एंट्री से पारंपरिक पार्टियों — भाजपा और कांग्रेस— की रणनीति में हलचल मच गई है। वकील होने के कारण उनका बौद्धिक और तार्किक दृष्टिकोण युवाओं और पढ़े-लिखे मतदाताओं को आकर्षित कर सकता है।
भागलपुर सीट पर अब मुकाबला त्रिकोणीय होने की पूरी संभावना बन गई है। अभय कांत झा की साफ-सुथरी छवि और जन सुराज के विकास एजेंडे ने यहां की राजनीति को नई दिशा दी है। अब देखना होगा — क्या जनता नए चेहरे को मौका देगी या पारंपरिक दलों पर ही भरोसा बनाए रखेगी?