
भागलपुर/सबौर: गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से सबौर प्रखंड में बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। इंग्लिश फरका, घोसपुर समेत कई गांव पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं, जिससे लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। घरों और खेतों में पानी भरने से फसलें नष्ट हो रही हैं और लोग पलायन करने को मजबूर हैं।
बाढ़ का असर अब राष्ट्रीय राजमार्ग-80 (NH-80) तक पहुंच गया है। गुरुवार रात को एक स्थान पर सड़क पर पानी चढ़ गया था, जिसे प्रशासन ने मिट्टी डालकर अस्थायी रूप से रोका। हालांकि, जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी के कारण किसी भी समय सड़क पर पानी बहने का खतरा बना हुआ है। यदि ऐसा हुआ, तो भागलपुर का संपर्क कई इलाकों से कट सकता है।
स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस राहत या बचाव कार्य नहीं किया गया है। मजबूरी में उन्होंने खुद छोटी नावों की व्यवस्था की है, जिससे लोग मुख्य सड़क तक पहुंच पा रहे हैं।
गांव के बुजुर्गों के अनुसार, पहले भी बाढ़ आई थी, लेकिन इस बार जलस्तर की वृद्धि तेज है और हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं। लोग चिंतित हैं कि यदि पानी का स्तर और बढ़ा, तो फसल, घर और बुनियादी ढांचा सब नष्ट हो जाएगा। फिलहाल, लोग ऊंचे स्थानों की ओर पलायन कर अपनी सुरक्षा में जुटे हैं।