
भागलपुर: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने ज़मीन से जुड़े दस्तावेज़ों में सुधार के लिए विशेष अभियान की शुरुआत की है। यह अभियान 16 अगस्त से 20 सितंबर तक जिलेभर में चलेगा। इसके तहत जिन लोगों के भूमि संबंधी कागज़ात में नाम, पिता का नाम, खाता संख्या, खेसरा, केवाला या अन्य किसी प्रकार की त्रुटि है, उन्हें अपने दस्तावेज़ों के संशोधन का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, जिनकी जमाबंदी अब भी पूर्वजों के नाम पर है, उनकी समस्याओं का भी समाधान किया जाएगा।
जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने आज इस योजना के प्रचार-प्रसार के लिए ई-रिक्शा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये ई-रिक्शा शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में घूमकर लोगों को अभियान की जानकारी देंगे, ताकि अधिक से अधिक लोग इस सुविधा का लाभ उठा सकें।
अभियान की विशेषता यह है कि इसके तहत विभागीय टीमें घर-घर जाकर लोगों की समस्याओं को सुनेंगी और यथासंभव मौके पर ही समाधान करेंगी। इससे लोगों को बार-बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। प्रशासन का मानना है कि इस पहल से न केवल जनता का समय और मेहनत बचेगी, बल्कि भ्रष्टाचार और देरी जैसी समस्याओं में भी कमी आएगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि अभियान के दौरान सभी अंचलाधिकारी, राजस्व कर्मचारी और संबंधित पदाधिकारी पूरी तरह सक्रिय रहेंगे। लोगों से अपील की गई है कि वे अपने सभी आवश्यक दस्तावेज़, जैसे—जमीन का कागज़, पहचान पत्र, और अन्य प्रमाण—तैयार रखें, ताकि टीम के आने पर तुरंत सत्यापन और सुधार का कार्य हो सके।
यह विशेष अभियान भूमि सुधार प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। प्रशासन को उम्मीद है कि इससे जिले में भूमि संबंधी विवाद और त्रुटियों की संख्या में काफी कमी आएगी और लोगों को अपने सही दस्तावेज़ समय पर उपलब्ध हो सकेंगे।