
छपरा: पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह अपने छोटे भाई दीनानाथ सिंह के निधन के बाद पैरोल पर जेल से बाहर आए थे। भाई के श्राद्धकर्म संपन्न होने के बाद जब वह वापस जेल लौटने लगे, तो भावुक हो उठे। विदाई के समय उन्होंने भावभीनी बातों से लोगों की आंखें नम कर दीं।
श्राद्धकर्म के पश्चात मीडिया से बातचीत में उन्होंने बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के राजनीतिक नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा,
“मेरे भाई की मृत्यु के बाद श्मशान घाट से लेकर श्राद्ध तक हर कदम पर आप लोगों ने मुझे जो साथ और स्नेह दिया है, उसे मैं जीवन भर एक कर्ज के रूप में मानूंगा। ईश्वर ने अगर ताकत दी, तो यह कर्ज जरूर चुकाऊंगा।”
प्रभुनाथ सिंह इतने भावुक हो गए कि उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। उन्होंने आगे कहा,
“मेरे भाई को जो मरणोपरांत सम्मान मिला, वह शायद ही किसी आम आदमी को मिलता है। आप सभी की उपस्थिति ने मुझे यह विश्वास दिया है कि मेरी जेल से वापसी में देर नहीं होगी। जब लौटूंगा, तो आप सभी का यह प्यार और भरोसा जरूर लौटाऊंगा। मैं किसी का कर्ज लेकर मरने वाला नहीं हूं।”
जेल वापसी के समय हजारों की भीड़ उन्हें विदा करने के लिए उमड़ पड़ी। लोगों ने प्रभुनाथ सिंह की जल्द रिहाई की कामना की और समर्थन जताया।
बाइट – प्रभुनाथ सिंह, पूर्व सांसद
“जिस तरह से आम जनता ने मेरा साथ दिया है, वह मेरी ताकत है। यही विश्वास है कि मैं जल्द जेल से बाहर आऊंगा।”