
भागलपुर: जिले के अमडार गांव में बाढ़ ने तबाही का ऐसा मंजर पैदा कर दिया है, जिसे देखकर हर कोई सहम जाए। गांव के कुल 600 घरों में से करीब 200 घर पूरी तरह बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। चारों तरफ फैले पानी के कारण गांव का बाहरी दुनिया से संपर्क पूरी तरह कट चुका है।
स्थिति इतनी गंभीर है कि लोग अब ‘जल कैदी’ बनकर रहने को मजबूर हैं। घरों से बाहर निकलने का कोई सुरक्षित रास्ता नहीं है, न ही नाव की कोई व्यवस्था उपलब्ध है। पानी से घिरे होने के कारण लोग मानो किसी टापू में फंस गए हैं।
गांव में खाने-पीने की वस्तुओं की भारी कमी हो गई है। पीने के साफ पानी की समस्या सबसे गंभीर हो गई है। छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक मदद की आस में दिन काट रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बाढ़ का पानी लगातार बढ़ रहा है, और यदि जल्द राहत सामग्री और नाव की व्यवस्था नहीं की गई, तो स्थिति और भी भयावह हो सकती है।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस सहायता नहीं पहुंची है। राहत टीमों के न आने से लोगों में निराशा और डर बढ़ता जा रहा है। मवेशियों के लिए चारा और सुरक्षित जगह की भी भारी कमी है।
गांव के लोग प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि तत्काल नाव, भोजन, पीने का पानी और चिकित्सा सहायता पहुंचाई जाए, ताकि जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।