
पटना: राजधानी पटना में पर्यटन और आतिथ्य सेवाओं को नई उड़ान देने की दिशा में बिहार सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। होटल पाटलिपुत्र अशोक की भूमि पर जन निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत प्रतिष्ठित ITC Hotels द्वारा पाँच सितारा होटल का निर्माण किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए आज बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम (BSTDC), चयनित एजेंसी कुमार इंफ्राट्रेड और ITC Hotels के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री राजू कुमार सिंह मौजूद रहे।
पटना को मिलेगा लग्जरी पर्यटन का हब
पर्यटन मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार राजधानी पटना में कुल तीन पाँच सितारा होटलों का निर्माण करवा रही है, जिनमें सबसे पहले होटल पाटलिपुत्र अशोक की भूमि पर 140 से अधिक कमरों वाला टॉप लग्जरी होटल बनेगा। यह होटल आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और आने वाले चार वर्षों में निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मंत्री ने इसे “बिहार के पर्यटन क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक अवसर” बताया।
निविदा प्रक्रिया और साझेदारी
पर्यटन सचिव श्री लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि इस परियोजना के लिए कुमार इंफ्राट्रेड एंटरप्राइजेज प्रा. लि. को पहले ही लेटर ऑफ अवार्ड जारी किया जा चुका था। कंपनी ने होटल पाटलिपुत्र अशोक की 1.5 एकड़ भूमि पर होटल निर्माण के लिए ITC Hotels को चुना है। निविदा प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से पूरी की गई जिसमें पाँच कंपनियों ने भाग लिया। अंततः कुमार इंफ्राट्रेड ने सर्वाधिक वार्षिक लाइसेंस प्रीमियम (₹7.57 करोड़+GST) की पेशकश कर परियोजना हासिल की।
अन्य परियोजनाएं भी होंगी शुरू
श्री सिंह ने बताया कि पटना के गांधी मैदान स्थित बांकीपुर बस स्टैंड परिसर में भी पाँच सितारा होटल निर्माण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। वहीं, बीरचंद पटेल पथ स्थित सुल्तान पैलेस पर हेरिटेज को ध्यान में रखते हुए विशेष समिति बनाई गई है। इसके अलावा, राजगीर में दो, वैशाली में एक और वाल्मीकिनगर में भी फाइव स्टार होटल बनाने की योजना पर काम चल रहा है।
ITC और निवेशकों का विश्वास
कुमार इंफ्राट्रेड के निदेशक मनीष कुमार ने कहा कि आज से ही बोधगया में ITC होटल का संचालन शुरू हो चुका है और पटना में यह साझेदारी पर्यटन क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाएगी। वहीं, ITC Hotels समूह के एचडी अनिल चड्ढा ने भरोसा जताया कि तय चार साल की अवधि में यह होटल बनकर तैयार हो जाएगा।
रोजगार और आर्थिक अवसर
इस परियोजना से न केवल बिहार की राजधानी को वैश्विक स्तर पर आतिथ्य सेवाओं में पहचान मिलेगी, बल्कि हजारों युवाओं को रोजगार और उद्यमिता के अवसर भी प्राप्त होंगे। पर्यटन उद्योग के विस्तार से स्थानीय व्यवसायों, हस्तशिल्प और खानपान उद्योग को भी सीधा लाभ मिलेगा।
इस अवसर पर पर्यटन सचिव लोकेश कुमार सिंह, बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक नंदकिशोर, पर्यटन निदेशक सह विशेष सचिव उदयन मिश्रा, महाप्रबंधक चंदन चौहान सहित कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।